ना पुलिस का डर , ना प्रशासन का डर, इस भूमाफिया को नहीं है किसी का भी डर
भू माफिया घोषित हो चुके की करतूत पर कब चलेगा बुलडोजर, कौन दे रहा है संरक्षण?
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। धूम मानिकपुर गांव के पास 70,000 वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कॉलोनी बसाने वाले पुरुषोत्तम दास अग्रवाल को गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने भूमाफिया घोषित कर दिया है।
जिस पर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने संज्ञान लिया था। अथॉरिटी ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर पुरुषोत्तम दास अग्रवाल को भूमाफिया घोषित करने की मांग की थी। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने तत्काल एक्शन लिया।
जानकारी मिली है कि इस दिला डाला रवैया का फायदा उठाकर पुरुषोत्तम दास अग्रवाल और उसके गुर्गों ने सिविल कोर्ट से स्थगनादेश हासिल किए हैं। यह स्टे आर्डर अथॉरिटी को सुने बिना अदालत ने दिए हैं।
PP estate से जुड़े मामले पर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा, “ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपचंद की ओर से पत्र भेजा गया था। जिसमें अवैध कॉलोनी बसाने वाले पुरुषोत्तम दास को भूमाफिया घोषित करने की मांग की गई। भू-माफिया टास्क फोर्स ने एसीईओ की सिफारिश पर 27 अप्रैल को पुरुषोत्तम दास अग्रवाल को भूमाफिया घोषित कर दिया है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई करने के प्रस्ताव भी पास कर दिए हैं।
दादरी के उपजिलाधिकारी ने जांच कर ली है। दादरी तहसीलदार के आदेश पर अवैध रूप से बनाई गई दीवार को तोड़ा गया था। अब प्राधिकरण को अवैध कॉलोनी का ध्वस्तीकरण करना है।
लखनऊ से प्रमुख सचिव स्तर का एक आईएएस अफसर और आईपीएस अफसर पुरुषोत्तम दास के लिए पैरवी कर रहे हैं। जिसकी वजह से भूमाफिया के खिलाफ कार्यवाही धीमी चल रही है।
भूमाफिया का एक रिश्तेदार उत्तर प्रदेश में बड़ा आईपीएस अफसर है। जिसका फायदा उठाकर यह भूमाफिया अभी तक लोगों को ठगता रहा है। पुरुषोत्तम दास और उसके गुर्गों के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर व गाजियाबाद के कई स्थानों में मुकदमे दर्ज हैं। अदालत के आदेशों पर भी एफआईआर दर्ज की गई हैं, लेकिन अभी तक किसी भी मुकदमे में कोई कार्यवाही इसके खिलाफ नहीं की गई है। सूत्रों का दावा है कि लखनऊ में बैठे रिश्तेदार आईएएस और आईपीएस पुरुषोत्तम दास अग्रवाल को संरक्षण दे रहे हैं।