गाजियाबाद30 मिनट पहले
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26 नवंबर 2021 को दिल्ली के गाजीपुर, सिंघु, टीकरी और शाहजहांपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरने को एक साल पूरा हो रहा है।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को ट्वीट करके सरकार को अल्टीमेटम दिया है। टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार के पास कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए 26 नवंबर तक का वक्त है। उसके बाद 27 नवंबर से किसान गांवों से ट्रैक्टरों से दिल्ली के चारों तरफ आंदोलन स्थलों पर पहुंचेंगे। पक्की किलेबंदी के साथ आंदोलन और आंदोलन स्थल को मजबूत करेंगे।
इसी महीने धरने को एक साल पूरा
26 नवंबर 2021 को दिल्ली के गाजीपुर, सिंघु, टीकरी और शाहजहांपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरने को एक साल पूरा हो रहा है। पिछले साल इसी तारीख को उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान आदि राज्यों से हजारों किसान प्रदर्शन करते हुए दिल्ली जा रहे थे। इन बॉर्डरों पर पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक लिया तो किसानों ने वहीं पर टैंट-तंबू लगा लिए। तभी से किसान कृषि कानूनों के खिलाफ बॉर्डरों पर बैठे हैं।

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का ट्वीट।
इमरजेंसी वाहनों के लिए खुला है बॉर्डर
करीब 11 महीने बाद दिल्ली पुलिस ने टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर से कुछ बैरिकेडिंग हटाई है। अब टीकरी बॉर्डर की एक लेन खाली कराकर दुपहिया व इमरजेंसी वाहन को दिल्ली से रोहतक की तरफ भेजा जा रहा है। जबकि गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी पुलिस की दो बैरिकेडिंग अभी तक नहीं हटने से वाहन आंदोलन स्थल की तरफ नहीं जा पा रहे हैं। हालांकि, दिल्ली पुलिस अपनी 70 फीसदी बैरिकेडिंग यहां से हटा चुकी है।
इस बॉर्डर से सिर्फ इमरजेंसी वाहनों को सीधे भेजा जा रहा है। बाकी वाहन डायवर्ट होकर दिल्ली जा रहे हैं। दोनों बॉर्डरों पर जब से दिल्ली पुलिस एक्टिव हुई है, तब से राकेश टिकैत आक्रामक मुद्रा में हैं।
किसानों की मांग में मंत्री मुद्दा भी जुड़ा
संयुक्त किसान मोर्चा (यूपी) के मीडिया प्रभारी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि जब तक लखीमपुर खीरी हिंसा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। पहले हमारी मांग तीन कृषि कानूनों को रद करने की थी, अब इसमें एक मांग मंत्री की बर्खास्तगी भी जुड़ गई है।