GD Goenka School News : बुज़ुर्गों के संग बिताए सुनहरे पल, जी.डी. गोयनका स्कूल के छात्रों ने श्रीधाम वृद्धाश्रम में दिखाई सेवा और सहानुभूति की मिसाल, कम्यूनिटी आउटरीच कार्यक्रम में गूंजे गीत, कविताएं और मुस्कानें, छात्रों ने बुज़ुर्गों को दिया अपनापन और सम्मान

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे।
“सहानुभूति साधारण को भी विशेष बना देती है” — इसी आदर्श को साकार करते हुए जी. डी. गोयनका स्कूल, स्वर्ण नगरी, ग्रेटर नोएडा के कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों ने 22 मई 2025 को एक सार्थक समाज सेवा कार्यक्रम में भाग लिया।
स्थान: श्रीधाम वृद्धाश्रम, ग्रेटर नोएडा
तिथि: गुरुवार, 22 मई 2025
समाज सेवा नहीं, यह था आत्मीयता का उत्सव
विद्यालय के छात्रों ने न केवल वृद्धाश्रम के बुजुर्ग निवासियों से आत्मीय संवाद किया, बल्कि उनके अनुभवों को सुनकर सदियों की सीख को अपनी चेतना में आत्मसात भी किया।
वहाँ के वातावरण में छात्र-छात्राओं के स्नेह, उत्साह और कला से जीवन के नए रंग भर गए।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ बनीं संवाद का पुल
छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गईं –
- देशभक्ति गीत,
- प्रेरणादायक कविताएं,
- और लोक कथाएं
…ने वृद्धों के मन को गहराई तक स्पर्श किया।
कुछ छात्रों ने अपने नन्हें हाथों से बुजुर्गों का हाथ थामा और उनसे बचपन की जिज्ञासा से भरे प्रश्न पूछे, जिनका उत्तर अनुभवी हृदयों ने बड़ी आत्मीयता से दिया।
छोटे उपहार, बड़े भाव – विद्यार्थियों ने लाया अपनापन का तोहफ़ा
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने अपनी तरफ से लाए –
- फल,
- बिस्किट,
- कैरम बोर्ड,
- और अन्य उपयोगी वस्तुएं**
…वृद्धाश्रम को भेंट स्वरूप प्रदान कीं।
यह दान केवल वस्तुओं का नहीं, बल्कि समय, भावनाओं और मानवीय करुणा का था — जो आज के समाज में अत्यंत मूल्यवान है।
एक अनुभव जो जीवनभर रहेगा साथ
इस आयोजन ने छात्रों में –
- विनम्रता,
- सेवा भाव,
- और वृद्धों के प्रति सम्मान जैसी मूलभूत मानवीय संवेदनाओं को जाग्रत किया।
छात्रों ने महसूस किया कि एक मुस्कान, एक बात, एक साथ बैठा क्षण — किसी के जीवन को कितना सुंदर बना सकता है।
विद्यालय प्रशासन ने दिया छात्रों को प्रोत्साहन
विद्यालय की शिक्षिका गीता सिंह ने बताया –
“यह कार्यक्रम हमारे छात्रों के लिए भावनात्मक रूप से अत्यंत समृद्ध अनुभव रहा। समाज सेवा केवल सेवा नहीं, आत्मा की सुंदरता को पहचानने की यात्रा है।”
विद्यालय द्वारा ऐसी गतिविधियों को नियमित रूप से आयोजित करने की योजना भी साझा की गई, ताकि छात्रों का सर्वांगीण विकास हो।
Raftar Today की ओर से सलाम — नई पीढ़ी की करुणा को
जी.डी. गोयनका स्कूल का यह प्रयास एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि समाज सेवा को विद्यालय की शिक्षा का अभिन्न अंग बनाकर हम कैसे भावनात्मक रूप से परिपक्व और ज़िम्मेदार नागरिकों की नींव रख सकते हैं।