Bodaki Metro News : नोएडा से ग्रेटर नोएडा तक मेट्रो का नया अध्याय शुरू!, डिपो से बोड़ाकी तक बिछेगा मेट्रो ट्रैक, केंद्र सरकार ने दिखाई हरी झंडी, बनने जा रहा है जिले का सबसे छोटा लेकिन रणनीतिक रूट

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे।।
मेट्रो की रफ्तार अब ग्रेटर नोएडा में नए जोश के साथ आगे बढ़ने जा रही है। केंद्र सरकार ने आखिरकार डिपो मेट्रो स्टेशन से लेकर बोड़ाकी तक 2.6 किलोमीटर लंबे एक्वा लाइन विस्तार को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की लागत लगभग 416 करोड़ रुपये आंकी गई है और इसे जिले का सबसे छोटा मेट्रो रूट माना जा रहा है, लेकिन इसका महत्व इसके आकार से कहीं अधिक है।
416 करोड़ की लागत से बनेगा एलिवेटेड ट्रैक, जुनपत और बोड़ाकी होंगे दो स्टेशन
एनएमआरसी (नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) ने इस विस्तार की योजना को केंद्र सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत किया था, जिसे 10 जून 2025 को स्वीकृति मिल गई है।
इस योजना के तहत:
- 2.6 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा,
- जिसमें जुनपत और बोड़ाकी नामक दो स्टेशन शामिल होंगे,
- बोड़ाकी में बनेगा आधुनिकतम मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, जहां से मेट्रो, रेल, बस, और अन्य सार्वजनिक परिवहन के विकल्प उपलब्ध होंगे।
🛫 जेवर एयरपोर्ट से जुड़ेगा बोड़ाकी, ग्रेटर नोएडा को मिलेगा सीधा फायदा
बोड़ाकी ग्रेटर नोएडा का एक महत्वपूर्ण बिंदु बनकर उभर रहा है। कारण है – यहीं से गुजरने जा रहा है डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) और पास ही में बन रहा है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर। मेट्रो का यह विस्तार जेवर एयरपोर्ट, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक क्षेत्र, लॉजिस्टिक्स हब और बुलेट ट्रेन जैसे मега प्रोजेक्ट्स की रीढ़ बनने जा रहा है।
अब आगे क्या? डिज़ाइन कंसल्टेंट की नियुक्ति के बाद शुरू होगा टेंडर
एनएमआरसी के एमडी लोकेश एम. के मुताबिक मंजूरी मिलते ही अगले चरण में परियोजना के लिए डिज़ाइन कंसल्टेंट नियुक्त किया जाएगा और फिर टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत होगी। सभी गतिविधियों को निर्धारित टाइमलाइन में पूरा करने का लक्ष्य है ताकि जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू हो सके।
एक रूट, अनेक फायदे – जानिए क्यों खास है यह एक्सटेंशन
इस नए रूट के माध्यम से न सिर्फ ग्रेटर नोएडा के रेजिडेंशियल और इंडस्ट्रियल क्षेत्र को मेट्रो कनेक्टिविटी मिलेगी, बल्कि:
- बोड़ाकी में यात्रियों को रेल, मेट्रो, बस और टैक्सी – सब कुछ एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलेगा,
- ट्रैफिक दबाव कम होगा और यात्रियों को आवागमन में आसानी होगी,
- औद्योगिक निवेश और विकास को नई रफ्तार मिलेगी,
- गौतमबुद्ध नगर को दिल्ली और एनसीआर के बाकी हिस्सों से बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
तकनीक, ट्रांसपोर्ट और ट्रांजिट का अनोखा संगम बनेगा बोड़ाकी
बोड़ाकी का स्टेशन सिर्फ एक मेट्रो स्टेशन नहीं होगा बल्कि एकीकृत ट्रांजिट टर्मिनल बनेगा, जहां:
- डिजिटल टिकटिंग,
- मल्टीलेवल पार्किंग,
- स्मार्ट बस अड्डा,
- और भविष्य में हाइब्रिड ई-रिक्शा कनेक्टिविटी की व्यवस्था होगी।
सेक्टर-142 और बॉटनिकल गार्डन एक्सटेंशन भी लाइन में
एमडी लोकेश एम ने बताया कि अब अगला फोकस बॉटनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक मेट्रो विस्तार पर रहेगा, जिसके लिए भी प्रजेंटेशन जल्द मंत्रालय में दिया जाएगा। इससे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र के बीच आवागमन की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी।
🔎 जनता की क्या है राय?
स्थानीय निवासियों, व्यापारी संगठनों और उद्यमियों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे नोएडा-ग्रेटर नोएडा का भविष्य और भी उज्जवल हो गया है।
रितु अग्रवाल, सेक्टर ओमेगा-2 की निवासी कहती हैं – “अब हमें दिल्ली जाने के लिए ऑटो बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी, यह छोटा रूट बहुत बड़ा समाधान लेकर आया है।”
🛑 निष्कर्ष: छोटा रूट, बड़ा असर
भले ही यह 2.6 किमी का मेट्रो रूट जिले का सबसे छोटा हो, लेकिन इसका असर पूरे क्षेत्र के लॉजिस्टिक्स, रियल एस्टेट, औद्योगिक और ट्रांसपोर्ट नेटवर्क पर जबरदस्त पड़ने वाला है। आने वाले वर्षों में यही रूट नोएडा और जेवर एयरपोर्ट के बीच मेट्रो लाइफलाइन साबित होगा।
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