नोएडा, रफ्तार टुडे। नोएडा सहित एनसीआर की सबसे बड़ी रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी Supertech को नेशनल कंपनी ला टिब्यूनल (एनसीएलटी) ने सुपरटेक को दिवालिया घोषित कर दिया है। हितेश गोयल को अंतरिम रिजोल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त कर दिया है। यह फैसला यूनियन बैंक आफ इंडिया की याचिका पर सुनाया गया है। इससे सुपरटेक के करीब 11 हजार घर खरीददारों का भविश्य भी दांव पर लग गया है।
नोएडा प्राधिकरण ने बिल्डरों पर बकाया की ताजा सूची जारी की है। एनसीएलटी द्वारा रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी Supertech को दिवालिया घोषित किए जाने के बाद यह सूची जारी की गई है। नोएडा प्राधिकरण ने बिल्डरों पर बकाया की ताजा सूची जारी की है इसमें रेजिडेंशियल परियोजनाओं सुपरटेक पर 645 करोड़ रुपये का बकाया है। बता दें कि बकायेदारों की सूची में पहले स्थान पर यूनिटेक है।
एनसीएलटी के इस फैसले के खिलाफ अपीलीय न्यायाधिकरण में अपील करेगी। उन्होंने कहा कि इस फैसले के उनके चल रहे प्रोजेक्ट सुपरनोवा, ओआरबी, गोल्फ कंट्री, ह्यूस, अजेलिया, इसक्वायर वैली, बसेरा, मेट्रोपोलिस माल, पेंटागन माल व होटल पर असर नहीं पड़ेगा। सभी प्रोजेक्ट दिल्ली एनसीआर के है।
सुपरटेक ने बयान जारी कर कहा है कि इस फैसले के खिलाफ अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में अपील की जाएगी। होम बायर्स के हित में परियोजनाओं के निर्माण और वितरण को प्राथमिकता दी गई थी। पिछले सात वर्षों के दौरान हमारे पास 40 हजार से अधिक फ्लैट वितरित करने का एक मजबूत रिकार्ड है। हम अपने मिशन कंप्लीशन 2022 के तहत अपने खरीदारों को डिलीवरी देना जारी रखेंगे, जिसके तहत हमने दिसंबर 2022 तक 7000 यूनिट देंगे।