सरोजिनी नगर मार्केट
दिल्ली सरकार के ग्रेप नियम के तहत बाजार में बुधवार को सभी दुकानें सम-विषम फॉर्मूले पर खुलीं। बाजार के प्रवेश द्वार पर सिविल डिफेंस कर्मियों के साथ अर्द्ध सैनिक बल के जवान मौजूद थे, जो लोगों को मास्क पहनने और शारीरिक दूरी के साथ बाजार में प्रवेश के लिए बोल रहे थे। लेकिन, मार्केट में पहुंचते ही तस्वीर पूरी तरह से बदल गई थी। कुछ कदम पहले बनी शारीरिक दूरी बाजार की भीड़ में दम तोड़ती हुई नजर आई। कम दुकानें खुली होने की वजह से लोग खरीदारी के दौरान लोग एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करते नजर आए। कुछ दुकानों में ग्राहकों की अधिक भीड़ भी दिखाई दी। वहीं, खाने-पीने की दुकानों के बाहर खड़े लोगों के बीच में भी शारीरिक दूरी नहीं दिखाई दी।
दोपहर में अचानक नई दिल्ली नगर पालिक परिषद(एनडीएमसी) की ओर से अतिक्रमण हटाने के लिए कर्मचारियों के पहुंचते ही बाजारों में अफरा-तफरी का माहौल मच गया। कर्मचारियों की ओर से रेहड़ी-पटरी वालों के सामान को ट्रक में लाद जब्त कर लिया गया। हालांकि, कर्मचारियों के जाने के बाद एक बार फिर बाजार में रेहड़ी पटरी वालों ने अपने ठिए लगा लिए थे। मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मार्केट में केवल मास्क पहने हुए लोगों को ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। अधिक भीड़-भाड़ होने की स्थिति में बैरिकेड लगा प्रवेश को बंद किया जा रहा है। भीड़ कम होने पर ही लोगों को बाजार में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
यहां भी ग्रेप नियम के तहत दुकानें सम-विषम फॉर्मूले पर खुली हुई दिखीं। हालांकि, खरीददारी को लेकर लोगों की भीड़ कम नहीं थी। पालिका बाजार से लेकर ब्लॉक मार्केट में दुकानों को एक छोड़कर एक के आधार पर खोला गया था। शारीरिक दूरी को लेकर यहां भी नियम टूटते हुए दिखाई दिए। कपड़ों की दुकानों से लेकर खाने-पीने की दुकानों में लोगों की भीड़ देखने को मिली। कुछ लोग बिना मास्क के भी खरीदारी करते हुए दिखाई दिए।
ऐसे लोगों पर सिविल डिफेंस कर्मियों ने दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया। प्रशासन की सख्ती की वजह से इनर सर्किल में अन्य दिनों के मुकाबले खोमचे वालों की कम भीड़ नजर आई। उधर, जनपथ बाजार में भी सम-विषम के आधार पर दुकानें खुली हुई थी। साथ ही कुछ दुकानें ऐसी भी थी जिन्हें दुकानदारों ने निजी कारणों की वजह से बंद किया हुआ था। इस वजह से यहां का बाजार अन्य बाजारों की तुलना में थोड़ा फीका रहा।