Galgotia University News : बायोमैकेनिक्स और फुटवियर विकास में नवाचार, गलगोटियास विश्वविद्यालय और FDDI के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में उमड़ा विशेषज्ञों का जमावड़ा

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे। गलगोटियास विश्वविद्यालय और फुटवियर डिज़ाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (FDDI) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन-2025 का भव्य शुभारंभ हुआ। इस सम्मेलन का मुख्य विषय “बायोमैकेनिक्स और फुटवियर विकास में नवाचार: गति के भविष्य को आकार देना” था, जिसमें देश-विदेश के अग्रणी विशेषज्ञों ने भाग लिया।
वैश्विक विशेषज्ञों की उपस्थिति से सजा सम्मेलन
इस सम्मेलन में एफडीडीआई के प्रबंध निदेशक विवेक शर्मा (आईआरएस) मुख्य अतिथि रहे, जबकि आईआईटी दिल्ली के प्रो. सुधीर कुमार साहा, डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजीव अग्रवाल और एम्स नई दिल्ली के वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट सहित कई प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।
शोध और नवाचार का अद्भुत संगम
यह सम्मेलन बायोमैकेनिक्स, फुटवियर डिज़ाइन और रोबोटिक्स के क्षेत्र में नवीनतम अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया। विशेषज्ञों ने फुटवियर डिज़ाइन में रोबोटिक्स, सैन्य अभियानों के लिए फुटवियर नवाचार, बौद्धिक संपदा अधिकार और पार्किंसन रोगियों के लिए विशेष जूते जैसे विषयों पर अपने व्याख्यान दिए।
गलगोटियास विश्वविद्यालय के नेतृत्व ने नवाचार पर दिया जोर
गलगोटियास विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील गलगोटिया ने कहा:
“हम FDDI के साथ मिलकर इस प्रतिष्ठित सम्मेलन का आयोजन कर गर्व महसूस कर रहे हैं। यह मंच शोधकर्ताओं, छात्रों और उद्योग जगत के विशेषज्ञों को एक साथ लाने का कार्य कर रहा है, जिससे बायोमैकेनिक्स और फुटवियर विकास में नए आयाम स्थापित होंगे।”

वहीं, गलगोटियास विश्वविद्यालय के CEO डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने कहा:
“हमारा लक्ष्य शिक्षा और अनुसंधान को उद्योग की आवश्यकताओं से जोड़ना है। यह सम्मेलन नवाचार और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
अध्ययन, शोध-पत्र और वैज्ञानिक चर्चाएँ
सम्मेलन के दौरान वैज्ञानिक समिति द्वारा प्रस्तुत शोध-पत्रों की समीक्षा की गई। इसमें गलगोटियास विश्वविद्यालय और FDDI के इंजीनियरों और वैज्ञानिकों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गलगोटियास विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ अलाईड साइंस के डीन डॉ. सगुण अग्रवाल ने कहा:
“यह सम्मेलन न केवल शोधकर्ताओं, छात्रों और पेशेवरों के लिए उपयोगी होगा, बल्कि यह बायोमैकेनिक्स और फुटवियर विकास में नवाचार को भी प्रोत्साहित करेगा।”
क्या है इस सम्मेलन की खास बातें?
- आईआईटी दिल्ली, DRDO, AIIMS और FDDI के विशेषज्ञों के मुख्य व्याख्यान
- फुटवियर डिज़ाइन और रोबोटिक्स पर सत्र
- सैन्य अभियानों के लिए विशेष जूतों का विकास
- बायोमैकेनिक्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का फिजियोथेरेपी में उपयोग
- शोध-पत्रों की समीक्षा और वैज्ञानिक चर्चाएँ

नवाचार से प्रेरित भविष्य की ओर एक कदम
गलगोटियास विश्वविद्यालय और FDDI द्वारा आयोजित यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन फुटवियर तकनीक और बायोमैकेनिक्स में नवीनतम अनुसंधान को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा। दो दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में तकनीकी चर्चाएँ, शोध-पत्र प्रस्तुतियाँ, नेटवर्किंग अवसर और आधुनिक अनुसंधान के नए आयाम देखने को मिले।
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