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I Suffocated In Delhi… More ‘poison’ In The Air, Less Freshness – दिल्ली में घुटने लगा दम…हवा में ‘जहर’ ज्यादा, ताजगी कम

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर की मंद पड़ी हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है। 24 घंटे में दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 को पार कर गया। फरीदाबाद की हवा भी इसी श्रेणी में रही। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद व गुरुग्राम का प्रदूषण बेहद खराब स्तर के उच्चतम श्रेणी में था। वहीं, हवा में ताजगी कम और प्रदूषण ज्यादा होने के कारण हर वर्ग के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण पर काम करने वाली एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन हवा की चाल में मामूली इजाफा होने से प्रदूषण छंटेगा, लेकिन बेहद खराब ही बनी रहेगी।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली की सतह पर चलने वाली हवा की दिशा पूर्वी रही। मानक 10 किमी प्रति घंटा की इसकी चाल चार से छह रही। मिक्सिंग हाइट करीब 1100 मीटर रिकार्ड की गई। मानक 6000 वर्ग मीटर/सेकेंड की जगह वेंटिलेशन इंडेक्स भी 500 पर आ गया था। इसके मिले-जुले असर पर प्रदूषक न तो ऊंचाई में दूर तक फैल सके और न ही सतह के साथ दूर-दूर तक। नतीजा हवा के जहरीली हो जाने के तौर पर रहा। बृहस्पतिवार के 400 की तुलना में शुक्रवार को एक्यूआई 406 पर पहुंच गया।
वायु मानक संस्था सफर का आकलन है कि शुक्रवार को पराली जलने के मामले कम होने और हवा की दिशा पूर्वी होने से इसके धुएं का हिस्सा प्रदूषण को गंभीर करने में मामूली ही रहा। इस दौरान पराली जलाने के 274 मामलों से दिल्ली के प्रदूषण में इसकी हिस्सेदारी 8 फीसदी ही दर्ज की गई। हवा खराब करने में इसकी चाल, मिक्सिंग हाइट और वेटिलेशन इंडेक्स की भूमिका अहम रही। इससे प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।
हवा होगी तेज, छंट सकता है प्रदूषण
आईआईटीएम का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन हवा की चाल 6 किमी से ज्यादा होगी। 29 व 30 नवंबर को भी हवा तेज रहेगी। वहीं, दिशा भी दक्षिण पूर्वी होगी। इस दौरान मिक्सिंग हाइट व वेंटिलेशन इंडेक्स में भी सुधार आएगा। इनके मिले-जुले असर से प्रदूषण के स्तर में गिरावट आ सकती है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण का स्तर 350 से ऊपर ही रहने का अंदेशा आईआईटीएम व सफर ने जाहिर किया है।
फरीदाबाद में 423 और दिल्ली में 406 रहा एक्यूआई
शुक्रवार को दिल्ली व फरीदाबाद की हवा गंभीर स्तर में चली गई। दिल्ली का एक्यूआई 406 व फरीदाबाद का 423 रहा। अन्य शहरों की हवा की गुणवत्ता गंभीर के करीब रही। गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम व नोएडा का एक्यूआई क्रमश: 378, 386, 379 व 394 रहा। आने वाले दिनों में गुणवत्ता बेहतर होने का पूर्वानुमान सफर ने जाहिर किया है।
गंभीर स्तर के वायु प्रदूषण से ऐसे करें बचाव
. सांस रोगी विशेष सतर्कता बरतें।
. महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों को खास ख्याल रखने की जरूरत।
. खुले में किसी तरह की गतिविधि करने से करें परहेज। घर के अंदर रहना ज्यादा बेहतर।
. मार्निंग वॉक पर न जाएं।
. मास्क लगाकर ही बाहर निकलें।
. त्वचा के अलावा आंखें भी होती प्रभावित, चश्मा जरूर लगाएं।
. बेवजह घर से बाहर न जाएं।
. फिट रहने के लिए घर में ही व्यायाम करें।
. घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर की मंद पड़ी हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है। 24 घंटे में दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 को पार कर गया। फरीदाबाद की हवा भी इसी श्रेणी में रही। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद व गुरुग्राम का प्रदूषण बेहद खराब स्तर के उच्चतम श्रेणी में था। वहीं, हवा में ताजगी कम और प्रदूषण ज्यादा होने के कारण हर वर्ग के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण पर काम करने वाली एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन हवा की चाल में मामूली इजाफा होने से प्रदूषण छंटेगा, लेकिन बेहद खराब ही बनी रहेगी।

भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली की सतह पर चलने वाली हवा की दिशा पूर्वी रही। मानक 10 किमी प्रति घंटा की इसकी चाल चार से छह रही। मिक्सिंग हाइट करीब 1100 मीटर रिकार्ड की गई। मानक 6000 वर्ग मीटर/सेकेंड की जगह वेंटिलेशन इंडेक्स भी 500 पर आ गया था। इसके मिले-जुले असर पर प्रदूषक न तो ऊंचाई में दूर तक फैल सके और न ही सतह के साथ दूर-दूर तक। नतीजा हवा के जहरीली हो जाने के तौर पर रहा। बृहस्पतिवार के 400 की तुलना में शुक्रवार को एक्यूआई 406 पर पहुंच गया।

वायु मानक संस्था सफर का आकलन है कि शुक्रवार को पराली जलने के मामले कम होने और हवा की दिशा पूर्वी होने से इसके धुएं का हिस्सा प्रदूषण को गंभीर करने में मामूली ही रहा। इस दौरान पराली जलाने के 274 मामलों से दिल्ली के प्रदूषण में इसकी हिस्सेदारी 8 फीसदी ही दर्ज की गई। हवा खराब करने में इसकी चाल, मिक्सिंग हाइट और वेटिलेशन इंडेक्स की भूमिका अहम रही। इससे प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।

हवा होगी तेज, छंट सकता है प्रदूषण

आईआईटीएम का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन हवा की चाल 6 किमी से ज्यादा होगी। 29 व 30 नवंबर को भी हवा तेज रहेगी। वहीं, दिशा भी दक्षिण पूर्वी होगी। इस दौरान मिक्सिंग हाइट व वेंटिलेशन इंडेक्स में भी सुधार आएगा। इनके मिले-जुले असर से प्रदूषण के स्तर में गिरावट आ सकती है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण का स्तर 350 से ऊपर ही रहने का अंदेशा आईआईटीएम व सफर ने जाहिर किया है।

फरीदाबाद में 423 और दिल्ली में 406 रहा एक्यूआई

शुक्रवार को दिल्ली व फरीदाबाद की हवा गंभीर स्तर में चली गई। दिल्ली का एक्यूआई 406 व फरीदाबाद का 423 रहा। अन्य शहरों की हवा की गुणवत्ता गंभीर के करीब रही। गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम व नोएडा का एक्यूआई क्रमश: 378, 386, 379 व 394 रहा। आने वाले दिनों में गुणवत्ता बेहतर होने का पूर्वानुमान सफर ने जाहिर किया है।

गंभीर स्तर के वायु प्रदूषण से ऐसे करें बचाव

. सांस रोगी विशेष सतर्कता बरतें।

. महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों को खास ख्याल रखने की जरूरत।

. खुले में किसी तरह की गतिविधि करने से करें परहेज। घर के अंदर रहना ज्यादा बेहतर।

. मार्निंग वॉक पर न जाएं।

. मास्क लगाकर ही बाहर निकलें।

. त्वचा के अलावा आंखें भी होती प्रभावित, चश्मा जरूर लगाएं।

. बेवजह घर से बाहर न जाएं।

. फिट रहने के लिए घर में ही व्यायाम करें।

. घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।

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