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Very poor AQI at 14 centers, it is difficult to breathe for the sixth consecutive day | 14 सेंटर्स पर एक्यूआई बेहद खराब लगातार छठे दिन सांस लेना कठिन

नई दिल्लीएक घंटा पहले

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  • 4 नवंबर तक राहत मिलना मुश्किल, शादीपुर में एक्यूआई 355

दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना मुश्किल हो गया है। दिल्ली के शादी पुर में सोमवार को एक्यूआई 355 दर्ज की गई है। दिल्ली में लगातार छठे दिन प्रदूषण का आलम यह है कि साेमवार को दिल्ली के 14 सेंटरों पर एक्यूआई ‘बेहद खराब’ 21 सेंटरों पर ‘खराब’ और दो सेंटराे पर ‘मध्यम ‘ दर्ज की गई है जो कि आम इंसान के लिए सांस लेने के लिए हानिकारक है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक वीके सोनी के सोमवार को हवा की दिशा में होगा बदलाव, प्रदूषण में मामूली राहत की उम्मीद है पर दिल्ली में दिवाली 4 नवंबर तक हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में ही रहने की उम्मीद है।

मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण में पराली के धुएं की भूमिका 8 फीसदी कम हुई है जो एक दिन पहले पराली से होने वाली प्रदूषण की भूमिका 20 फीसदी थी। मौसस विभाग के अनुसार पंजाब, हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं। फिर भी दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को पिछले दिन के मुकाबले प्रदूषण के स्तर में आंशिक सुधार हुआ। इसका कारण यह है कि हवा की दिशा धुआं दिल्ली पहुंचने के लिए पूरी तरह अनुकूल नहीं रही।

गरीबों के लिए डूसिब 220 टेंटनुमा रैन बसेरे करेगी तैयार

मौसम में बदलाव के कारण दिल्ली का पारा नीचे आया है इस कारण ऐसे में दिल्ली में सर्दी ने दी दस्तक दी है। दिल्ली में अब सर्दी का आने के कारण सुबह और शाम की सर्दी शुरू होने के साथ ही अब खुले आसमान के नीचे रात बिताने वाले बेघर लोगों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। ऐसे में दिल्ली सरकार का दिल्ली आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) ने बड़ी संख्या में बनाए जाएंगे अस्थाई रैन बसेरे बनाने की योजना पर काम कर रही है।

बेघर लोगों के लिए डूसिब लगभग 220 टेंटनुमा अस्थाई रैन बसेरे तैयार करेगी। दिल्ली सरकार ने भी बेघर लोगों के लिए अभी से ही ठंड में खुले आसमान में सोने से बचाने के लिए स्थाई के साथ-साथ अस्थाई रैन बसेरे का इंतजाम करने दिल्लीभर में 220 से ज्यादा अस्थाई रैन बसेरे बनाने के ल‍िए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

बाहर सैर सपाटे के बजाय वृद्ध, अस्थमा और दिल के मरीज घर में करें योग
वायु प्रदूषण वैसे तो हर किसी की सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक है। आईएमए के ईष्ट अध्यक्ष व प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डा. गौतम सिंह के अनुसार 100 से अधिक एक्यूआई होने पर बुजुर्गों को अस्थमा और दिल के पेशेंट्स के लिए और भी ज्यादा बढ़ जाता है, ऐसे में उन्हें सावधान रहने की आवश्यकता है और बाहर सैर सपाटे के बजाय घर में खुद का ध्यान रखें और योग करें।

दिल्ली में 17,000 से ज्यादा बेघर लोगों को रात‍ बिताने की व्यवस्था
कोरोना संक्रमण के कारण अब सर्द‍ियों में पुरी कैपीसिटी के अनुसार रैन बसेरों के संचालन पर भी समस्या आ गई है। डूसिब के दिल्ली में 206 रैन बसेरे हैं। इन सभी में करीब 17,000 से ज्यादा बेघर लोगों को रात‍ ब‍िताने की व्यवस्था है। डूसिब के अधिकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के चलते अब सभी रैन बसेरों में बेघरों को 100 फीसदी संख्या में नहीं रखा जाएगा। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने और प्रोटोकॉल का अनुपालन कर इनमें 50 फीसदी ही लोगों को ठहरने की व्‍यवस्‍था होगी। इसके चलते बेघरों के ल‍िए अत‍िर‍िक्‍त रैन बसेरों की व्यवस्था में सर्दी के चलते करनी होगी। इसलिए डूसिब 220 अस्‍थाई रैन बसेरे तैयार करेगी।

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