Noida News: नोएडा में टूटेंगी अवैध ऊंची इमारतें, बरौला गांव से तोड़फोड़ की शुरुआत करेगा प्राधिकरण
नोएडा में अवैध रूप से बनी ऊंची इमारतों को तोड़ने के लिए प्राधिकरण अब निजी एजेंसी की मदद लेगा, इन इमारतों को तोड़ने की शुरुआत बरौला गांव से की जाएगी। इसके लिए एक एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है।
नोएडा, रफ़्तार टुडे। अवैध रूप से बनी उंची इमारतों को तोड़ने के लिए नोएडा प्राधिकरण अब निजी एजेंसी की मदद लेगा। इन इमारतों को तोड़ने की शुरुआत बरौला गांव से की जाएगी। इसके लिए एक एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है। अवैध उंची इमारतों को तोड़ने के लिए प्राधिकरण के पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। ऐसे में प्राधिकरण संबंधित इमारतों पर अवैध बिल्डिंग लिखकर या सीलिं अगला लेख कर लौट आता है। ऊंची इमारतों को प्राधिकरण की जेसीबी से तोड़ा जाना संभव नहीं है। इसको देखते हुए प्राधिकरण ने निजी एजेंसी की मदद लेने का निर्णय लिया है।
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि इमारतों को तोड़कर निकलने वाले मलबे को बेचकर एजेंसी अपना खर्च निकालेगी और प्राधिकरण को भी रुपये देगी। इसकी शुरुआत सेक्टर-49 बरौला की 10 इमारतों से होने जा रही है। इसके लिए प्राधिकरण ने टेंडर कर बीआर चावला नाम की एजेंसी का चयन किया है। इसका बॉन्ड भी तैयार हो गया है।
प्राधिकरण के वर्क सर्किल-3 की तरफ से किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि एजेंसी के पास मशीनें होंगी, जो आस-पड़ोस की इमारतों को बिना नुकसान पहुंचाए और बगैर खतरे के आसानी व तेजी के साथ तोड़ सकेंगी। अब पुलिस बल की मांग की गई है। दूसरी तरफ इमारतों को स्वयं ध्वस्तीकरण के लिए अंतिम नोटिस भी जारी किया गया हैं। पुलिस मिलते ही निजी एजेंसी से इन इमारतों को तोड़ने की शुरुआत की जाएगी।
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि बरौला की जो 10 इमारतें तोड़ने के लिए चिन्हित हुई है उनमें से कई नाले के किनारे हैं। इसके साथ ही अवैध इमारतें भी हैं बात अगर इनकी जमीन की करें तो राजस्व रिकॉर्ड में दो खसरा नंबर पर हैं। नियमों को ताक पर रखकर यहां इमारतें खड़ी कर दी गईं। यह पूरा एरिया वर्क सर्कल-3 के क्षेत्रमें आता है। कई मंजिल की ये इमारतें एक दिन में नहीं बनी हैं। धीरे-धीरे निर्माण होता रहा। प्राधिकरण के जिम्मेदार आंख बंद कर बैठे रहे। अब जब निर्माण तोड़ना चुनौती बन गया है तो एजेंसी का चयन किया गया है।
प्राधिकरण की टीम 28 अप्रैल 2024 को पहली बार कार्रवाई के लिए हाजीपुर, सलारपुर और बरौला गांव पहुंची थी। इस कार्रवाई की अगुवाई ओएसडी कर रहे थे। उस दिन महज आठ दुकानें तोड़ी गईं। कुछ जगह कब्जा करने वाले चिह्नित किए गए। उस दिन दावा किया गया कि जल्द संबंधित लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। खास बात यह है कि इस घटनाक्रम को हुए करीब 20 दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है।भूमाफिया की हिम्मत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्राधिकरण जिन इमारतों पर अवैध बिल्डिंग लिखवा रहा है, उन्हीं को वह पुतवा दे रहे हैं। बरौला में कार के शोरूम सहित आधा दर्जन इमारतों पर पिछले दिनों नोएडा प्राधिकरण ने अवैध बिल्डिंग लिखवाया था, लेकिन अब वहां पेंट करवा दिया गया है।
अतिक्रमण के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी
नोएडा विकास प्राधिकरण अतिक्रमण के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है। रोजाना शहर के अलग- अलग हिस्सों में तोड़फोड़ कर सरकारी जमीन कब्जामुक्त कराई जा रही है। बन चुकी ऊंची इमारतों को तोड़ने की कार्रवाई में रुकावट आ रही थी। इसके लिए प्राधिकरण ने यह नई योजना तैयार की है। इसके तहत अब कार्रवाई की जाएगी।
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