Galgotia University News : गलगोटियास विश्वविद्यालय और यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी मलेशिया द्वारा सतत विकास पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का सफल आयोजन
कार्यक्रम की शुरुआत गलगोटियास विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) अवधेश कुमार के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने सतत विकास के लिए अंतःविषयक दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित किया। औपचारिक उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के. मल्लिखार्जुन बाबू द्वारा किया गया।
ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे। गलगोटियास विश्वविद्यालय (जीयू), ग्रेटर नोएडा के स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज ने यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी मलेशिया (यूटीएम) के सहयोग से “वैश्विक चुनौतियों के लिए सतत विकास पर अनुसंधान के बहुविषयी दृष्टिकोण” पर एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में वैश्विक सतत विकास से संबंधित चुनौतियों पर अंतःविषयक अनुसंधान की भूमिका पर विशेष जोर दिया गया।
प्रमुख वक्ता और समन्वयक
कार्यशाला का समन्वयन प्रो. (डॉ.) सुनीता शर्मा ने किया, जो यूटीएम के विज्ञान संकाय से लंबे समय से जुड़ी रही हैं। कार्यशाला में यूटीएम से आए प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने अपनी शोध प्रस्तुतियों के माध्यम से विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला, जैसे कि जैव ईंधन के रूप में बायोमास कार्बन का उपयोग, पुनर्नवीनीकरण सामग्री के साथ डामर बाइंडरों का विश्लेषण, और हड्डी पुनर्जनन में फॉस्फेट ग्लास नैनोटेक्नोलॉजी का अनुप्रयोग।
कार्यक्रम की शुरुआत और उद्घाटन
कार्यक्रम की शुरुआत गलगोटियास विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) अवधेश कुमार के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने सतत विकास के लिए अंतःविषयक दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित किया। औपचारिक उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के. मल्लिखार्जुन बाबू द्वारा किया गया।
यूटीएम प्रतिनिधियों की प्रस्तुति
यूटीएम के छह प्रतिनिधियों, डॉ. अहमद कुशैरी मोहम्मद, डॉ. नुरहफिज़ा हसीम, डॉ. नूर इज़्ज़ती मोहम्मद नो, डॉ. नोरेइहन अफ़िक़ा रावी, डॉ. नोरशाहिरा मोहम्मद सईदी, और डॉ. मोहम्मद फ़ुआद बिन मोहम्मद ने अपने शोध प्रस्तुत किए। उन्होंने बायोमास कार्बन और पुनर्नवीनीकरण सामग्री से संबंधित शोध विषयों पर अपनी जानकारी साझा की। इसके साथ ही, यूटीएम और जीयू के बीच भविष्य में सहयोग के संभावित अवसरों पर भी चर्चा की गई।
प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता
इस कार्यक्रम में 250 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने विशेषज्ञों से गहन संवाद किया और सतत विकास के क्षेत्र में नवीनतम शोध और प्रौद्योगिकियों पर चर्चा की। इस कार्यशाला ने गलगोटियास और यूटीएम के बीच भविष्य में और अधिक शोध सहयोग के अवसरों को मजबूत किया।
समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का समापन प्रो. संजीव कुमार, डीन, स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज, के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी विशिष्ट प्रतिनिधियों, संकाय सदस्यों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। प्रो. प्रभाकर सिंह और उनकी टीम को विशेष रूप से आयोजन के सफल समन्वयन के लिए धन्यवाद दिया गया।
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