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योगी सरकार भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारीयों को जेल भेजें

रफ्तार टुडे, ग्रेटर नोएडा । अखिलेश यादव मुलायम सिंह यादव और मायावती के राज में उत्तर प्रदेश के नोएडा में 32 मंजिल के यह दो टावर जिन्हें सुपरटेक ट्विन टावर कहा जाता है यह रातों-रात नहीं बन गए होंगे

32-32 मंजिल के दो टावर खड़े कर देना और पांच मंजिला अंडर ग्राउंड पार्किंग एरिया और बाद में सुप्रीम कोर्ट का जागना और यह कहना कि यह तो ग्रीन जोन की जमीन पर बना है और यह टावर पूरी तरह से अवैध है इसे गिरा दिया जाए

लेकिन आंख मूंदकर बहुमूल्य संसाधनों की बर्बादी कराने वाले किसी भी सरकारी अधिकारी को इस मामले में जेल क्यों नहीं हुई?

जो जो सरकारी कर्मचारी और नोएडा विकास प्राधिकरण के कर्मचारी आंख बंद करके भ्रष्टाचार की इस इमारत को बनते देखते रहे जो अपना हफ्ता लेकर चुप रहे उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने जेल क्यों नहीं भेजा ?

इस बर्बादी का जिम्मेदार कौन है ? सुप्रीम कोर्ट ने इस ट्विन टावर को ब्लास्ट से उड़ाने का आदेश दिया यह तो ठीक है लेकिन सुप्रीम कोर्ट को एसआईटी का गठन करके उन सभी जिम्मेदार अधिकारियों का भी पता लगाना चाहिए जिन्होंने इस भ्रष्टाचार की इमारत को बनने दिया और उन्हें नौकरी से बर्खास्त करके जेल भेजना चाहिए तब जाकर इस तरह के प्रवृत्ति पर लगाम लगेगी क्योंकि इस तरह की भ्रष्टाचार की ईमारते हैं पूरे भारत में हजारों खड़ी हो गई हैं!

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