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Haryana Lawyers Returnes To Work After 10 Days In Rohtak | वकील से अभद्रता में एसएचओ पर केस दर्ज होने पर माने वकील, खत्म किया वर्क सस्पेंड

रोहतकएक घंटा पहले

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वर्क बहाल के बाद सीट पर लौटे वकील मुस्कुराते हुए। - Dainik Bhaskar

वर्क बहाल के बाद सीट पर लौटे वकील मुस्कुराते हुए।

हरियाणा के रोहतक जिले में शुक्रवार को वकील 10 दिन के वर्क सस्पेंड के बाद काम पर लौटे हैं। वकील से बदलसूकी के आरोप में शिवाजी कॉलोनी थाना के एसएचओ रमेश कुमार व अन्य पुलिसकर्मियों पर खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। कार्रवाई के बाद वकील चैंबरों में लौटे तो कोर्ट में अपने काम को आने वाले लोगों को भी राहत मिली। हालांकि वकीलों का कहना है कि पीड़ित वकील पर दर्ज केस को भी खारिज करने की मांग की जा रही है।

वकील राज सिंह ने दर्ज कराया मामला
करीब 15 दिन पहले शिवाजी कॉलोनी थाने में अपनी दी गई शिकायत पर कार्रवाई के बारे में पूछने गए वकील सुनारिया निवासी राज सिंह व पुलिसकर्मियों के बीच विवाद हुआ था। राज सिंह ने आरोप लगाया था कि थाने में पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। वहीं, पुलिस का भी आरोप था कि वकील ने अपशब्दों का प्रयोग किया है। मामले में राज सिंह की शिकायत न लेते हुए पुलिस ने उन्हीं पर केस दर्ज कर लिया था। इसे लेकर जिला बार एसोसिएशन विरोध प्रदर्शन कर वर्क सस्पेंड कर रही थी। इन दिनों में मामले के निपटारे के लिए पुलिस अधिकारियों व बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बीच बैठक भी हो चुकी थीं। अब शिवाजी कॉलोनी थाने में शिकायतकर्ता वकील राज सिंह की तहरीर पर एसएचओ रमेश कुमार व थाने के अन्य पुलिस कर्मियों पर केस दर्ज किया है।

रोहतक कोर्ट परिसर में चहल-पहल।

रोहतक कोर्ट परिसर में चहल-पहल।

वकील राज सिंह के बेटे की हुई थी मौत
केस दर्ज कराने वाले वकील राज सिंह ने बताया कि एक माह पहले उनके इंजीनियर बेटे की घर पर संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। मामले में शिवाजी नगर थाने में बेटे के साले व साली के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए पुलिस के पास गए थे। वहां पुलिस ने न सिर्फ उनसे अभद्रता की बल्कि मारपीट भी की। पूरे प्रकरण में एसएचओ रमेश सिंह की अहम भूमिका रही। वह वकीलों की यूनिफार्म में थे, इसका भी पुलिस ने लिहाज नहीं किया।

केस की पैरवी करेंगे
मामले में जिला बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एडवोकेट लोकेंद्र फोगाट का कहना है कि वकीलों की मांग मान ली गई है। आरोपी एसएचओ पर केस दर्ज होने के बाद अब कोई विवाद नहीं रहा। शुक्रवार से सभी वकील काम पर लौट गए हैं। पुलिस पर दर्ज हुए केस की पैरवी की जाएगी। आरोपी पुलिसकर्मियों पर भविष्य में निलंबन की कार्रवाई करना पुलिस विभाग का काम है।

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