गाजियाबाद5 मिनट पहले
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भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार सुबह गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हमने सुना है कि प्रशासन जेसीबी की मदद से यहां लगे टेंट को उखाड़ने की कोशिश कर रहा है। टिकैत ने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर प्रशासन यहां से टेंट उखाड़ेगा तो किसान थानों और डीएम दफ्तरों के बाहर टेंट लगा देंगे।
इससे पहले शनिवार को भाकियू ने सोशल मीडिया पर लिखा कि धरने में कोई बदलाव नहीं है। धरना पहले की तरह चलता रहेगा। रविवार सुबह राकेश टिकैत ने कहा कि अगर किसानों को जबरन हटाने की कोशिश हुई तो सरकारी कार्यालयों को हम गल्ला मंडी में तब्दील कर देंगे।
दिल्ली पुलिस ने रोहतक जाने वाले रास्ते से हटाई बैरिकेडिंग
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार रात को टीकरी बॉर्डर से बैरीकेडिंग हटाते हुए दिल्ली से रोहतक जाने वाली एक लेन क्लियर की। इसके बाद शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे की छह लेन से बैरिकेडिंग हटाकर खाली कर दी। इसके बाद से ही संयुक्त किसान मोर्चा की बैठकों का दौर जारी है।

गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी पुलिस की बैरिकेडिंग लगी हुई है।
यूपी पुलिस बोली- हमने किसानों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग लगाई
एसपी सिटी गाजियाबाद, ज्ञानेंद्र सिंह ने गाजीपुर बॉर्डर का दौरा कर व्यवस्थाओं को परखा। पत्रकारों से बातचीत में एसपी सिटी ने कहा कि हमने अपनी बैरिकेडिंग किसानों की सुरक्षा के लिए लगाई है, ताकि किसी वाहन से कोई हादसा न हो जाए। बता दें कि मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने से पहले दो स्थानों पर यूपी पुलिस की बैरिकेडिंग लगी है। इन्हें पार किए बिना बॉर्डर पर नहीं पहुंचा जा सकता। इन बैरिकेडिंग से केवल इमरजेंसी, मीडिया और किसानों के वाहन पास होने दिए जाते हैं। आम व्यक्ति के वाहनों को यहां से वापस कर दिया जाता है। जब तक यूपी पुलिस की यह दोनों बैरिकेडिंग नहीं हट जाती, तब तक यूपी से दिल्ली जाने वाला रास्ता नहीं खुलेगा।