सार
हवा की सुस्त रफ्तार के कारण गंभीर श्रेणी में पहुंची दिल्ली-एनसीआर की हवा। मौसम साफ नहीं होने की वजह से अगले तीन दिन राहत के आसार नहीं।
मौसम की चाल ने एक बार फिर हवा का गंभीर हाल कर दिया है। बृहस्पतिवार को दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि फरीदाबाद दूसरे नंबर पर रहा। तीसरे स्थान पर एनसीआर में शामिल मानेसर रहा। प्रदूषण की वजह से सुबह से दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चादर में लिपटा नजर आया। दिनभर हुई रिमझिम बारिश के बाद भी प्रदूषण का मीटर कम नहीं हुआ। वायु मानक संस्था सफर का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम न खुलने की वजह से दमघोंटू हवा से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
सफर के मुताबिक, मौसमी प्रभाव के कारण वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं हो रहा है। बीते दिनों से हवा की रफ्तार व मिक्सिंग हाइट कम होने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। पड़ोसी राज्यों में जलने वाली पराली के आंकड़ों में लगातार कमी आ रही है, लेकिन दिल्ली में स्थानीय स्तर पर होने वाला प्रदूषण बढ़ रहा है।
सतह पर चलने वाली हवा की रफ्तार कम होने की वजह से प्रदूषक नहीं फैल रहे हैं व हवा में पीएम10 के स्तर में अधिक वृद्धि हो रही है। बीते 24 घंटे में पीएम10 का स्तर चार गुना यानी 403 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर व पीएम2.5 का स्तर पौने चार गुना 231 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रिकॉर्ड किया गया।
सामान्य तौर पर पीएम10 का स्तर 100 से कम व पीएम2.5 का स्तर 60 से कम होने पर सुरक्षित श्रेणी में माना जाता है। सफर का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन हवा दमघोंटू बनी रहेगी। 6 दिसंबर से हवा की रफ्तार बढ़ सकती है। इससे स्थानीय स्तर पर जमे रहने वाले प्रदूषक फैलेंगे और दिल्ली-एनसीआर की हवा में हल्का सुधार दर्ज किया जा सकता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, बृहस्पतिवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 429 दर्ज किया गया। एक दिन पहले यह 370 था। वहीं, फरीदाबाद का 428 रहा, जो एक दिन पहले 384 था। मानेसर का 413 रहा। नोएडा का एक्यूआई बीते एक दिन के मुकाबले 48 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 408 रहा।
6 दिसंबर से राहत की उम्मीद
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, बृहस्पतिवार को मिक्सिंग हाइट 500 मीटर व हवा की रफ्तार चार से आठ किमी प्रति घंटा रिकॉर्ड की गई। इस वजह से वेंटिलेशन इंडेक्स एक हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड दर्ज हुआ। अगले दो दिन मिक्सिंग हाइट एक हजार से 1100 मीटर के बीच रहेगी। वहीं, वेंटिलेशन इंडेक्स शुक्रवार को 2500 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड व शनिवार को 1500 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड दर्ज किया जा सकता है। 5 दिसंबर तक हवा की सुस्त रफ्तार प्रदूषण को बढ़ने में मदद करेगी। हालांकि, 6 दिसंबर से रफ्तार बढ़ने से प्रदूषण से हल्की राहत की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर का एक्यूआई
2 दिसंबर 1 दिसंबर
दिल्ली 429 370
फरीदाबाद 428 384
गाजियाबाद 347 387
ग्रेटर नोएडा 356 358
गुरुग्राम 377 360
नोएडा 408 360
दिल्ली के पांच हॉटस्पॉट
- नरेला
- जहांगीरपुरी
- पटपड़गंज
- आश्रम रोड
- दिल्ली विश्वविद्यालय
देश के तीन सबसे प्रदूषित शहर
- दिल्ली 429
- फरीदाबाद 428
- मानेसर 413
विस्तार
मौसम की चाल ने एक बार फिर हवा का गंभीर हाल कर दिया है। बृहस्पतिवार को दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि फरीदाबाद दूसरे नंबर पर रहा। तीसरे स्थान पर एनसीआर में शामिल मानेसर रहा। प्रदूषण की वजह से सुबह से दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चादर में लिपटा नजर आया। दिनभर हुई रिमझिम बारिश के बाद भी प्रदूषण का मीटर कम नहीं हुआ। वायु मानक संस्था सफर का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक मौसम न खुलने की वजह से दमघोंटू हवा से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
सफर के मुताबिक, मौसमी प्रभाव के कारण वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं हो रहा है। बीते दिनों से हवा की रफ्तार व मिक्सिंग हाइट कम होने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। पड़ोसी राज्यों में जलने वाली पराली के आंकड़ों में लगातार कमी आ रही है, लेकिन दिल्ली में स्थानीय स्तर पर होने वाला प्रदूषण बढ़ रहा है।
सतह पर चलने वाली हवा की रफ्तार कम होने की वजह से प्रदूषक नहीं फैल रहे हैं व हवा में पीएम10 के स्तर में अधिक वृद्धि हो रही है। बीते 24 घंटे में पीएम10 का स्तर चार गुना यानी 403 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर व पीएम2.5 का स्तर पौने चार गुना 231 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रिकॉर्ड किया गया।
सामान्य तौर पर पीएम10 का स्तर 100 से कम व पीएम2.5 का स्तर 60 से कम होने पर सुरक्षित श्रेणी में माना जाता है। सफर का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन हवा दमघोंटू बनी रहेगी। 6 दिसंबर से हवा की रफ्तार बढ़ सकती है। इससे स्थानीय स्तर पर जमे रहने वाले प्रदूषक फैलेंगे और दिल्ली-एनसीआर की हवा में हल्का सुधार दर्ज किया जा सकता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, बृहस्पतिवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 429 दर्ज किया गया। एक दिन पहले यह 370 था। वहीं, फरीदाबाद का 428 रहा, जो एक दिन पहले 384 था। मानेसर का 413 रहा। नोएडा का एक्यूआई बीते एक दिन के मुकाबले 48 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 408 रहा।
6 दिसंबर से राहत की उम्मीद
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, बृहस्पतिवार को मिक्सिंग हाइट 500 मीटर व हवा की रफ्तार चार से आठ किमी प्रति घंटा रिकॉर्ड की गई। इस वजह से वेंटिलेशन इंडेक्स एक हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड दर्ज हुआ। अगले दो दिन मिक्सिंग हाइट एक हजार से 1100 मीटर के बीच रहेगी। वहीं, वेंटिलेशन इंडेक्स शुक्रवार को 2500 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड व शनिवार को 1500 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड दर्ज किया जा सकता है। 5 दिसंबर तक हवा की सुस्त रफ्तार प्रदूषण को बढ़ने में मदद करेगी। हालांकि, 6 दिसंबर से रफ्तार बढ़ने से प्रदूषण से हल्की राहत की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर का एक्यूआई
2 दिसंबर 1 दिसंबर
दिल्ली 429 370
फरीदाबाद 428 384
गाजियाबाद 347 387
ग्रेटर नोएडा 356 358
गुरुग्राम 377 360
नोएडा 408 360
दिल्ली के पांच हॉटस्पॉट
- नरेला
- जहांगीरपुरी
- पटपड़गंज
- आश्रम रोड
- दिल्ली विश्वविद्यालय
देश के तीन सबसे प्रदूषित शहर
- दिल्ली 429
- फरीदाबाद 428
- मानेसर 413
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