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Mayur Vihar Dogs Continue To Die In Society Animal Lover Student Accuses Police Of Negligence – मयूर विहार: सोसायटी में कुत्तों के मरने का सिलसिला जारी, एनिमल लवर छात्रा ने पुलिस पर लापरवाही का लगाया आरोप

अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Thu, 16 Dec 2021 07:46 AM IST

सार

एनिमल लवर गरिमा ने बताया कि 11 दिसंबर को कुछ लोगों ने उसको घर में घेर लिया। उस समय वह घर में अकेली थी। लोगों का कहना था कि उसने स्ट्रीट डॉग को अपने घर में पनाह दी हुई है। यह कुत्ते सोसायटी के बच्चों को काट रहे हैं। इस संबंध में भी गरिमा ने लिखित में पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस मामले की जांच कराने की बात कर रही है।

 

सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला

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मयूर विहार फेज-3 में लगातार संदिग्ध हालात में स्ट्रीट डॉग के मरने के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से अक्सर कोई न कोई कुत्ता सोसायटी में मरा मिलता है। 25 नवंबर को एक साथ तीन पपी (कुत्ते के बच्चे) और एक कुत्ता एक ही स्थान पर पार्क में मरे मिले। एनिमल लवर छात्रा ने सोसायटी के ही कुछ लोगों पर कुत्तों को जहर देकर मारने का आरोप लगाया है।

छात्रा गरिमा पांडेय ने मामले की शिकायत गाजीपुर थाना पुलिस से की। लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले की जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मरे हुए कुत्तों का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं छात्रों ने सोसायटी के ही कुछ लोगों पर उसे घर में घेरने का आरोप लगाया है। इस संबंध में भी गाजीपुर थाना पुलिस से शिकायत दी गई है। पुलिस ने उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की।

गरिमा पांडेय ने बताया कि वह परिवार के साथ मयूर विहार फेज-3 पॉकेट-2 में रहती हैं। वह डीटीयू के संस्थान से बीबीए कर रही है। उसकी सोसायटी में करीब 15 से 20 स्ट्रीट कुत्ते थे। लेकिन धीरे-धीरे संख्या कम होती चली गई। अपने स्तर पर जांच की गई तो पता चला कि सुबह के समय अक्सर कोई न कोई कुत्ता सोसायटी में मरा हुआ मिलता था।

बताया कि सोसायटी के लोगों को कुत्तों का वहां आना पसंद नहीं था। गरिमा कुत्तों को खाने-पीने के लिए देती थी तो वह उस पर भी नाराज होते थे। 25 नवंबर को अचानक सुबह पार्क में एक साथ तीन पपी और एक कुत्ता मरा मिला। गरिमा को शक हुआ कि कुत्तों को जहर देकर मारा गया है। उसने मामले की सूचना पुलिस को दी। लेकिन थाने से उस दिन कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा। अगले दिन मरे हुए कुत्तों को गाजीपुर स्थित जानवरों के अस्पताल ले जाकर पोस्टमार्टम करवाया गया।

गरिमा ने इसकी लिखित में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने कुत्तों के मरने की वजहों का पता लगाने का प्रयास नहीं किया। आरडब्ल्यूए से जब सोसायटी की सीसीटीवी फुटेज की मांग की गई तो उन्होंने भी आनाकानी की। गरिमा का आरोप है कि कुत्तों की मौत के मामले में आरडब्ल्यूए की भी मिलीभगत है।

विस्तार

मयूर विहार फेज-3 में लगातार संदिग्ध हालात में स्ट्रीट डॉग के मरने के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से अक्सर कोई न कोई कुत्ता सोसायटी में मरा मिलता है। 25 नवंबर को एक साथ तीन पपी (कुत्ते के बच्चे) और एक कुत्ता एक ही स्थान पर पार्क में मरे मिले। एनिमल लवर छात्रा ने सोसायटी के ही कुछ लोगों पर कुत्तों को जहर देकर मारने का आरोप लगाया है।

छात्रा गरिमा पांडेय ने मामले की शिकायत गाजीपुर थाना पुलिस से की। लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले की जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मरे हुए कुत्तों का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं छात्रों ने सोसायटी के ही कुछ लोगों पर उसे घर में घेरने का आरोप लगाया है। इस संबंध में भी गाजीपुर थाना पुलिस से शिकायत दी गई है। पुलिस ने उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की।

गरिमा पांडेय ने बताया कि वह परिवार के साथ मयूर विहार फेज-3 पॉकेट-2 में रहती हैं। वह डीटीयू के संस्थान से बीबीए कर रही है। उसकी सोसायटी में करीब 15 से 20 स्ट्रीट कुत्ते थे। लेकिन धीरे-धीरे संख्या कम होती चली गई। अपने स्तर पर जांच की गई तो पता चला कि सुबह के समय अक्सर कोई न कोई कुत्ता सोसायटी में मरा हुआ मिलता था।

बताया कि सोसायटी के लोगों को कुत्तों का वहां आना पसंद नहीं था। गरिमा कुत्तों को खाने-पीने के लिए देती थी तो वह उस पर भी नाराज होते थे। 25 नवंबर को अचानक सुबह पार्क में एक साथ तीन पपी और एक कुत्ता मरा मिला। गरिमा को शक हुआ कि कुत्तों को जहर देकर मारा गया है। उसने मामले की सूचना पुलिस को दी। लेकिन थाने से उस दिन कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा। अगले दिन मरे हुए कुत्तों को गाजीपुर स्थित जानवरों के अस्पताल ले जाकर पोस्टमार्टम करवाया गया।

गरिमा ने इसकी लिखित में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने कुत्तों के मरने की वजहों का पता लगाने का प्रयास नहीं किया। आरडब्ल्यूए से जब सोसायटी की सीसीटीवी फुटेज की मांग की गई तो उन्होंने भी आनाकानी की। गरिमा का आरोप है कि कुत्तों की मौत के मामले में आरडब्ल्यूए की भी मिलीभगत है।

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