Noida News: नोएडा में भाजपा ने मनाया आपातकाल का ‘काला दिवस’, दिनेश शर्मा बोले- कांग्रेस ने लोकतंत्र का गला घोंटा, सांसद डॉ. महेश शर्मा ने कहा, “आपातकाल के दौरान मीडिया और जनता पर भी प्रतिबंध लगाया गया था
नोएडा, रफ़्तार टुडे। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने 1975 में लगाई गई आपातकाल की 49वीं वर्षगांठ को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाया। नोएडा में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, सांसद डॉ. महेश शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल, नोएडा प्रभारी कांता कर्दम
और जिलाध्यक्ष मनोज गुप्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर पूर्व उप मुख्यमंत्री ने आपातकाल के दौरान जेल में रहीं तारा अग्रवाल और राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल को सम्मानित किया गया।
पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, “25 जून को
हम ‘काला दिवस’ इसलिए कहते हैं क्योंकि इस दिन
घोंटने का कुत्सित प्रयास किया था।” उन्होंने आगे
कांग्रेस ने आपातकाल के रूप में लोकतंत्र का गला
अपनी कुर्सी बचाने के प्रयास से पूरा देश उद्वेलित हो
कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा
ने की है, इसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।”
गया था। संविधान की जितनी बार हत्या इस कांग्रेस ने की है इसकी कल्पना कोई नहीं कर सकता।
डॉ. महेश शर्मा ने कहा, “आपातकाल के दौरान डेढ़
भी प्रतिबंध लगाया गया था। आपातकाल लगाने के
लाख लोगों को जेल में डाला गया था और मीडिया पर
इस निर्णय की सूचना दी थी, जो संविधान के विरुद्ध
दिन बाद इंदिरा गांधी ने अपने मंत्रिमंडल को एक
संपूर्ण कांग्रेस को समस्त देशवासियों से माफी मांगनी
था।” जिलाध्यक्ष मनोज गुप्ता ने मांग की कि आज
चाहिए। यह कार्यक्रम भाजपा द्वारा देशभर में
आयोजित किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा था।
राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि 12
गोपाल कृष्ण अग्रवाल बोले जून 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनाव के दौरान सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने पर चुनाव को असंवैधानिक घोषित कर दिया। 24 जून 1975 को सुप्रीम कोर्ट ने भी इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध घोषित किया। इसके बाद तानाशाही का दौर ऐसा शुरू हुआ कि इंदिरा गांधी ने रष्ट्रपति द्वारा जबरदस्ती 25 जून से इमरजेंसी लगवा दी। कांग्रेस सरकार ने जनता को इतनी यातनाएं दी कि जो उनके के खिलाफ आवाज उठाता था उसको अंदर डाल दिया जाता था।
इस कार्यक्रम में महामंत्री उमेश त्यागी, उपाध्यक्ष गिरजा सिंह, मनीष शर्मा, विनोद शर्मा, महेश अवना, युद्धवीर चौहान, गिरीश कोटनाला, एसपी चमोली, प्रमोद बेहाल, चमन आवाना, गोपाल गौड़, कल्लू सिंह, लोकेश कश्यप, पंकज झा, निर्मल सिंह, प्रदीप चौहान, उमेश यादव, शारदा चतुर्ेदी, ओमवीर अवाना, रामनिवास यादव, अहसान, ख़ान, परविंदर बैरागी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।