गाजियाबाद41 मिनट पहलेलेखक: सचिन गुप्ता
- कॉपी लिंक

दिल्ली पुलिस ने मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे की छह लेन पर लगी 16 लेयर बैरीकेडिंग करीब-करीब हटाकर बता दिया है कि हमारी तरफ से रास्ता क्लियर है।
गाजीपुर बॉर्डर से खबरें आ रही हैं कि यूपी-दिल्ली हाईवे खुल गया है। दिल्ली पुलिस ने अपनी बैरीकेडिंग हटा ली हैं। सच्चाई परखने के लिए ‘दैनिक भास्कर’ ने ग्राउंड जीरो पर जाकर स्थिति देखी। इसमें पाया कि दिल्ली पुलिस ने मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे से अपने बैरीकेड्स हटाए हैं। गाजियाबाद से गाजीपुर मुर्गा मंडी को जाने वाली सर्विस लेन पर 16 लेयर बैरीकेड्स ज्यों के त्यों है। इसके अलावा यूपी पुलिस ने अपने दो स्थानों से बैरीकेडिंग नहीं हटाई है। कुल इन तीनों स्थानों से बैरीकेडिंग हटे तो यूपी से दिल्ली जाने का सफर फिर सुहाना बन पाएगा।

गाजियाबाद से गाजीपुर बॉर्डर जाते वक्त एक्सप्रेस-वे पर लगी यूपी पुलिस की बैरीकेडिंग। इस बैरीकेडिंग से सिर्फ मीडिया व किसानों के वाहनों को एंट्री मिलती है।

यूपी एरिया में बैरीकेडिंग पर बेशक पुलिस तैनात रहती हो, लेकिन इसका कंट्रोल किसानों पर होता है। वही चुनिंदा वाहनों को एंट्री देकर गाजीपुर बॉर्डर भेजते हैं।
इन दो बैरीकेडिंग पर मीडिया, किसान के वाहनों के अलावा किसी वाहन को एंट्री नहीं
जब हम गाजियाबाद से गाजीपुर बॉर्डर की तरफ चले तो सबसे पहली बैरीकेडिंग एक्सप्रेस-वे पर राहुल विहार के नजदीक मिली। यहां ट्रैफिक पुलिस के दो जवान तैनात थे। उन्होंने आगे जाने से रोक दिया। जब यह बताया कि प्रेस से हैं, तब उन्होंने बैरीकेडिंग हटाकर गाजीपुर बॉर्डर की तरफ जाने दिया। इससे यह बात साफ हो गई कि आम व्यक्ति के वाहनों को इस बैरीकेडिंग से आगे जाने की इजाजत नहीं है। करीब एक किलोमीटर आगे बढ़ते ही खोड़ा नगर पालिका गेट के सामने एक्सप्रेसवे पर दूसरी बैरीकेडिंग मिली। एक्सप्रेसवे की मुख्य 3 लेन पूरी तरह बंद थी। साइड की 3 लेन पर बैरीकेडिंग थी। बराबर में पुलिस का चेकपोस्ट था, लेकिन बैरीकेडिंग की कमान बुलंदशहर के सिकंदराबाद निवासी राजेंद्र के हाथ में थी। वह सिर्फ किसान और मीडिया से जुड़े लोगों के वाहनों को ही इस बैरीकेडिंग को खोलकर आगे बढ़ने दे रहे थे। यहां पर भी आम व्यक्ति की गाड़ी को पार करने की इजाजत नहीं थी। हम अपना परिचय देकर आगे बढ़े। कुल मिलाकर गाजियाबाद से गाजीपुर बॉर्डर तक पहुंचने के लिए यूपी पुलिस की दो बैरीकेडिंग पार करनी पड़ी। फाइनली हम गाजीपुर बॉर्डर अंडरपास के ठीक ऊपर पहुंच गए, जहां दिल्ली पुलिस अपनी बैरीकेडिंग हटा रही थी।

गाजियाबाद से गाजीपुर मुर्गा मंडी जाने वाली सर्विस लेन पर दिल्ली पुलिस की 16 लेयर बैरीकेडिंग अभी नहीं हटाई गई है।

दिल्ली पुलिस ने इस सर्विस लेन पर लगी 16 लेयर बैरीकेडिंग को हटाने या न हटाने पर फिलहाल कोई बयान नहीं दिया है।
एक्सप्रेसवे से बैरीकेडिंग हटाए, सर्विस लेन पर पहले जैसी स्थिति
12 लेन का मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस चार हिस्सों में बना हुआ है। प्रत्येक तीन लेन पर वॉल हैं। दिल्ली पुलिस ने यूपी से दिल्ली जाने वाली सबसे लेफ्ट और उसके बराबर वाली कुल छह लेन पर अपने 16-16 लेयर बैरीकेड्स लगाए हुए थे। शुक्रवार सुबह 8 बजे इन्हें हटाने का काम शुरू हुआ। करीब 12 घंटे बाद लेफ्ट लेन की 16 लेयर बैरीकेडिंग हटा दी गई। जबकि उसके बराबर वाली लेन पर 14 लेयर बैरीकेडिंग हट चुकी है। इस लेन पर भी एक साइड से बैरीकेडिंग हटा दी गई है, ताकि वाहन आ-जा सकें। गाजियाबाद से गाजीपुर मुर्गा मंडी की तरफ जाने वाली 16 लेयर बैरीकेडिंग अभी नहीं हट पाई है। एक तरह से दिल्ली पुलिस ने संदेश दिया है कि हमने एक्सप्रेसवे को खोल दिया है, आप वाहन ले जा सकते हैं। लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल अभी यूपी पुलिस की दो जगह से बैरीकेडिंग नहीं हट पाना है। यूपी पुलिस अपनी बैरीकेडिंग हटाए, तभी वाहन गाजीपुर बॉर्डर तक पहुंच पाएंगे। इसलिए कहा जा सकता है कि अभी मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे पूरी तरह नहीं खुला है।

29 अक्तूबर को करीब 12 घंटे तक बड़ी क्रेन चलाकर एक्सप्रेसवे से बड़े-बड़े पत्थरों और बैरीकेड्स को हटाया गया था।
भाकियू ने कहा- धरने में कोई बदलाव नहीं, जारी रहेगा
गाजीपुर बॉर्डर को लेकर चल रहे कई मैसेज के बीच भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भाकियू स्पष्ट करना चाती है कि मोर्चा (धरना) लगातार चलता रहेगा। मोर्चे पर कोई बदलाव नहीं है। पुलिस ने 26 जनवरी के बाद रास्ता रोका था। सुप्रीम कोर्ट में मोर्चे के शपथ पत्र के बाद दिल्ली पुलिस अपनी गलतियां सुधार रही है। धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि प्रत्येक दिन आंदोलन के खिलाफ साजिश हो रही है। हर साजिश के खिलाफ हमें तैयार रहना है।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि हमारी तरफ से मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे को क्लियर कर दिया गया है।