Badminton Breaking News “हौसले की उड़ान ग्रेटर नोएडा वेस्ट के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी आदित्य सिंह ने जीते राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय मेडल, अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर नजर”, लखनऊ से शुरू हुआ मेडल का सफर, बीजिंग इंटरनेशनल में पहली चुनौती, परिवार का मजबूत सहारा

ग्रेटर नोएडा वेस्ट, रफ़्तार टुडे। सपनों को हकीकत में बदलने का नाम है संघर्ष, और इसी संघर्ष की जीती-जागती मिसाल हैं ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौड़ सिटी-1 सोसायटी में रहने वाले पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी आदित्य सिंह। महज दो साल के सफर में आदित्य ने पैरा बैडमिंटन में ऐसी बुलंदियां छुई हैं, जो कई खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। आदित्य सिंह की यह सफलता कहानी सिर्फ एक खिलाड़ी की उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह संदेश है कि संघर्ष, हौसला और मेहनत से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।
लखनऊ से शुरू हुआ मेडल का सफर
लखनऊ में आयोजित यूपी पैरा स्टेट जूनियर एंड यूथ चैंपियनशिप 2025 में आदित्य ने दमदार खेल का प्रदर्शन करते हुए अंडर-19 और यूथ वर्ग में दो कांस्य पदक अपने नाम किए। यह जीत उनके लिए बड़ी उपलब्धि साबित हुई क्योंकि इसी के बाद उनका चयन नैशनल चैंपियनशिप के लिए हुआ।
नेशनल चैंपियनशिप में चमका सितारा
दूसरी जूनियर एंड यूथ नेशनल पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में आदित्य सिंह ने शानदार खेल का परिचय देते हुए अंडर-19 वर्ग में रजत पदक जीता। यह सफलता इस बात का सबूत है कि निरंतर मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
बीजिंग इंटरनेशनल में पहली चुनौती
सितंबर 2025 में बीजिंग में आयोजित चाइना पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल चैंपियनशिप में आदित्य ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। भले ही वे पदक जीतने से चूक गए, लेकिन यह अनुभव उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। इसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल की बारीकियों को सीखने और अपने खेल को और धारदार बनाने का मौका दिया।
परिवार का मजबूत सहारा
आदित्य सिंह के पिता अजय सिंह ने बताया कि बेटा पिछले दो साल से नोएडा की एक अकादमी में बैडमिंटन की बारीकियां सीख रहा है। उन्होंने कहा, “आदित्य का हौसला और मेहनत देखकर गर्व होता है। उसने बेहद कम समय में वह कर दिखाया है, जिसकी उम्मीद भी नहीं थी।”
जज़्बा और जुनून बना प्रेरणा
आदित्य की कहानी यह साबित करती है कि शारीरिक चुनौतियां किसी की प्रतिभा को सीमित नहीं कर सकतीं। उनका हौसला, आत्मविश्वास और खेल के प्रति समर्पण न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि समाज और आने वाली युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है।
सोसायटी में जश्न और आशीर्वाद की बौछार
गौड़ सिटी-1 सोसायटी के निवासियों ने आदित्य की सफलता पर गर्व जताया। पड़ोसियों और दोस्तों ने उन्हें आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं, साथ ही भविष्य में और ऊंचाइयों को छूने की कामना की।
अगला लक्ष्य – एशियन और वर्ल्ड पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट
आदित्य अब अपनी नज़रें एशियन और वर्ल्ड पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट्स पर टिकाए हुए हैं। उनकी मेहनत, आत्मविश्वास और परिवार का समर्थन देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले समय में वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करेंगे।



