देश की राजधानी दिल्ली में आईटीओ के नजदीक रिंग रोड पर शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में 14 वर्षीय किशोर समेत चार लोगों की मौत हो गई। चावलों से भरा कंटेनर, सवारी ऑटो पर पलट गया। हादसे के समय ऑटो में चालक समेत कुल चार लोग सवार थे। सभी की कंटेनर के नीचे दबने से मौके पर ही दर्दनाक हो गई। जिसने भी हादसे का मंजर देखा उसके रौंगटे खड़े हो गए। मृतकों की शिनाख्त ऑटो चालक सुरेंद्र कुमार यादव (37), इसका भतीजा जय किशोर यादव (31) और दो सवारी कोमल सिंह (35) व कोमल का भांजा टाटा प्रकाश (14) के रूप में हुई है। हादसे के समय सुरेंद्र सवारी लेकर शास्त्री पार्क से सराय काले खां की ओर जा रहा था। उस समय सुरेंद्र का भतीजा जय किशोर भी चालक के बराबर वाली सीट पर ऑटो में बैठा था। खबर मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस, दमकल विभाग और आबदा प्रबंधन की टीम ने किसी तरह ऑटो काटकर शव बाहर निकाले। इस दौरान रिंग रोड पर भारी जाम लग गया।
…और पलक झपटते ही मौत के आगोश में समा गए ऑटो सवार चारों लोग
शनिवार की सुबह पलक झपकते ही ऑटो सवार चारों लोग मौत के आगोश में समा गए, जिसने भी ऑटो को देखा, वह सिहर उठा। आठ दिसंबर को आरके पुरम इलाके में हयात होटल के पास गिट्टी से भरे डंपर के कार पर पलटने की घटना को लोग अभी भूले भी नहीं थे कि शनिवार सुबह कंटेनर सवारी ऑटो पर पलट गया। हादसे की सूचना मिलते ही बचाव दल वहां पहुंच गया। सबसे पहले पुलिस व एंबुलेंस की गाड़ियां पहुंचीं।
हालात देखकर मौके पर दमकल विभाग के अलावा आपदा प्रबंधन की टीम को मौके पर बुलाया गया। आईएसबीटी से काले खां के बीच रिंग रोड पर ट्रैफिक को बंद कर दिया गया। चूंकि कंटेनर में 50 टन के करीब चावल भरा था। इसलिए उसको हटाने के लिए पुलिस ने ट्रैफिक पुलिस की दो क्रेन के अलावा दो अन्य बड़ी क्रेनों को बुलाया।
कड़ी मशक्कत के बाद करीब ढाई घंटे में चारों शवों को निकाला जा सका। इस दौरान मौके पर लोगों की भारी भीड़ भी जुटी रही। पुलिस को लोगों को हटाने में मशक्कत करने पड़ी। दमकल विभाग के सब ऑफिसर राजेश कुमार ने बताया कि सुबह उनकी टीम को खबर मिली तो कनॉट प्लेस से उनकी टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई।
ऑटो बुरी तरह कंटेनर के नीचे दबा था। शवों को निकालने के लिए पहले कंटेनर को ऑटो से हटाना जरूरी था। रोड को ब्लॉक कर दिया गया। इसके बाद कंटेनर में बड़े-बड़े हुक व बेल्ट को फंसाकर एक साथ सभी क्रेनों ने मिलकर हटाया गया और शवों को निकाला गया।