आम मुद्दे

दिल्‍ली-मुंबई एक्‍सप्रेस-वे से जुड़ेगा नोएडा एयरपोर्ट, बनेगा 33 किलोमीटर लंबा नया एक्‍सप्रेस-वे, चेक करें रूट

नोएडा, रफ्तार टुडे।। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्‍ली-एनसीआर से बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए सरकार पूरा ध्‍यान दे रही है। इसी कड़ी में अब दिल्‍ली-मुंबई एक्‍सप्रेस-वे (Delhi Mumbai Expressway) को नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए 33 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्‍ड एक्‍सप्रेस-वे बनाया जाएगा. इस एक्‍सप्रेस-वे के बनने से फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल और मेवात के इलाके सीधे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ जाएंगे। साथ ही हरियाणा के अन्‍य भागों से एयरपोर्ट पहुंचने में भी आसानी होगी। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एक्‍सप्रेस-वे की जगह चिन्हित कर पिलर्स गाड़ने शुरू कर दिया है। हालांकि, जमीन के मुआवजे को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली -मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए डीएनडी फरीदाबाद, बल्लभगढ़ बाईपास और केएमपी एक्सप्रेस-वे के लिंक से यह नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे शुरू होगा। इसका 24 किलोमीटर हिस्‍सा हरियाणा में बनेगा तो 9 किलोमीटर भाग यूपी में बनाया जाएगा। इसकी चौड़ाई 60 मीटर होगी। जमीन से इस एक्‍सप्रेस-वे की ऊंचाई 3 मीटर होगी । नए एक्सप्रेस-वे को यमुना एक्सप्रेस-वे से भी कनेक्‍ट किया जाएगा। इसके लिए फरीदाबाद से जेवर की ओर आते हुए 30 किलोमीटर माइलस्टोन पर एक इंटरचेंज बनाने की योजना है।

यहां से गुजरेगा एक्‍सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस-वे गौतमबुद्ध नगर अमरपुर, झुप्पा, दयानतपुर, बल्लभनगर, करौली बांगर, फलैदा बांगर से होकर निकलेगा । वहीं फरीदाबाद के पन्हेरा खुर्द, फफूंडा, बाहभलपुर, सोताई, चनावली, शाहूपुरा, फलैदा खादर, बाहपुर कलां, छांयसा, मोहियापुर, मोहना, हीरापुर, मेहमदपुर, नरहावाली आदि गांवों से जाएगा।

मुआवजे को लेकर फंसा पेंच

गौतमबुद्धनगर में भले ही एनएचएआई और राजस्‍व विभाग ने पिलर्स गाड़ने शुरू कर दिए हो, किसानों के साथ अभी भी जमीन के मुआवजे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। सरकार द्वारा घोषित मुआवजे से किसान खुश नहीं है और वे ज्‍यादा मुआवजा मांग रह हैं। नोएडा प्रशासन किसानों के साथ इस मुद्दे पर लगातार बातचीत कर रहा है।

प्रशासन को उम्‍मीद बन जाएगी बात
नोएडा प्रशासन को उम्‍मीद है कि किसानों के साथ मुआवजे को लेकर बात बन जाएगी। अगर किसान मुआवजा राशि से संतुष्‍ट हो जाते हैं, तो फिर इस एक्‍सप्रेस-वे रूट पर खेतों में पड़ने वाले पेड़-पौधों, मकान और बोरवेल आदि का मूल्‍यांकन कर जमीन समतलीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा।

Related Articles

Back to top button