नई दिल्ली15 घंटे पहले
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नीट पीजी काउंसलिंग में हो रही देरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने फिलहाल एक सप्ताह के लिए हड़ताल को टाल दिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मिले आश्वासन के साथ रेजिडेंट डॉक्टरों ने काम पर लौटने का फैसला किया है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर एक सप्ताह में नीट पीजी काउंसलिंग की तारीख घोषित नहीं होती तो फिर से राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल करेंगे। इस बार ओपीडी, इमरजेंसी के साथ कोरोना सेवाओं की ड्यूटी को भी बंद कर दिया जाएगा।
इस संबंध में फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) के अध्यक्ष डॉ. मनीष ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट से काउंसलिंग मामले की सुनवाई जल्दी करने की अपील की है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने पीएमओ की ओर से आश्वासन दिया है कि एक सप्ताह में काउंसलिंग की तारीख घोषित की जाएगी। उसके आश्वासन के बाद फिलहाल फोर्डा ने एक सप्ताह के लिए हड़ताल को रोकने का फैसला कर तत्काल ओपीडी और अन्य चिकित्सीय सेवाओं पर लौटने का फैसला किया है। फोर्डा की अपील के बाद दिल्ली के अधिकतर अस्पतालों में डॉक्टर काम पर लौट आए।
हालांकि कई अस्पतालों में डॉक्टर देर शाम तक हड़ताल पर रहे। बता दें कि छह दिसंबर से रेजिडेंट डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवाएं बंद कर दी थी। इस दौरान अस्पतालों में ऑपरेशन भी रोक दिए गए थे। अब तक करीब साढ़े पांच हजार से अधिक ऑपरेशन टाले जा चुके हैं और सफदरजंग अस्पताल में इलाज न मिलने से एक महिला मरीज की मौत तक दर्ज की गई।
गुरुवार को भी तड़पते रहे मरीज, देखने नहीं आए डॉक्टर
फोर्डा की घोषणा के बाद भी देर शाम तक अधिकतर अस्पतालों में डॉक्टर काम पर नहीं लौटे। रेजिडेंट डॉक्टरों की जारी हड़ताल के कारण गुरुवार को भी मरीजों को भटकना पड़ा। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और आरएमएल अस्पताल में गुरुवार शाम तक हड़ताल जारी रहीं। वहीं सफदरजंग अस्पताल में भी कुछ ही डॉक्टर वापस काम पर लौटे, जबकि ज्यादातर हड़ताल पर रहे। इसके अलावा दिल्ली सरकार के कई अस्पातल में भी डॉक्टर काम पर नहीं लौटे। कुछ अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर फोर्डा के फैसले से नाराज मिले।
हेल्थ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने वोटिंग करने के बाद कहा कि उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। इनके अलावा आरएमएल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने भी हड़ताल वापस नहीं ली जिसके चलते दोनों ही अस्पताल प्रबंधन ने देर शाम नोटिस जारी करते हुए शुक्रवार से ओपीडी सहित सभी चिकित्सीय सेवाओं में शामिल होने का आदेश दिया है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जो लोग ड्यूटी पर वापस नहीं आएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।