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Permission For Construction Works In Delhi Trucks Got Permission To Come Inside Delhi – प्रदूषण से राहत: दिल्ली में निर्माण कार्यों की मिली इजाजत, ट्रक के प्रवेश पर लगी पाबंदी हटी

सार

वायु प्रदूषण का स्तर कम होने के साथ कमीशन फॉर एयर क्वालिटी ने मंजूरी दे दी है। अब दिल्ली में निर्माण कार्यों पर रोक हटाने के साथ बाहर से आने वाले ट्रकों के प्रवेश को इजाजत मिल गई है। दिल्ली सरकार ने सख्त हिदायत दी है कि लापरवाही बरतने पर कार्रवाई होगी।

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दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम होने के साथ निर्माण कार्यों पर रोक हटाने के साथ बाहर से आने वाले ट्रकों के प्रवेश को इजाजत मिल गई है। सभी निर्माण स्थलों पर वायु प्रदूषण से जुड़े नियमों को सख्ती से पालन करना है। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट से मंजूरी मिलने के बाद अब दिल्ली सरकार ने इसका फैसला लिया है। 

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक, अगर किसी स्थल पर नियमों की अनदेखी होती है तो निर्माण एजेंसी पर सख्त कार्रवाई होगी। इसके साथ दिल्ली में एंटी डस्ट अभियान, एंटी ओपन बर्निंग, पानी का छिड़काव और पीयूसी जांच का अभियान जारी रहेगा।

गोपाल राय ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि दिल्ली के अंदर दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता गया और एक्यूआई का स्तर 500 तक पहुंच गया। दिल्ली का प्रदूषण स्तर लगातार सप्ताह भर तक गंभीर श्रेणी में रहा। प्रदूषण खतरनाक स्थिति तक पहुंच गया था। 

उसको देखते हुए दिल्ली के अंदर सभी निर्माण और डिमोलिशन की गतिविधियों पर बैन लगा दिया गया था। दिल्ली के अंदर जितने भी बाहर से ट्रक आ रहे थे, उनके ऊपर बैन लगा दिया गया था। सिर्फ अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े ट्रकों को छूट दी गई थी। दिल्ली के अंदर स्कूल-कॉलेज को बंद कर दिया  गया था। अब धीरे-धीरे दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति में लगातार सुधार और स्थिरता दिख रही है। पिछले 10 दिनों से किसी भी दिन गंभीर स्थिति में दिल्ली का एक्यूआई स्तर नहीं पहुंचा है। 
गोपाल राय के मुताबिक, प्रतिबंधों में छूट देने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट को अधिकृत किया है। इससे अलग-अलग विभागों से जो आवेदन आ रहे हैं, उस पर विचार करके छूट का निर्णय ले। पिछले दिनों शिक्षा विभाग से आवेदन आया था कि दिल्ली के अंदर जो छठवीं कक्षा से ऊपर के छात्रों के लिए स्कूल-कॉलेज को खोला जाए। 

उसको एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ने अनुमति दी थी। दिल्ली के अंदर ऐसे सभी स्कूल-कॉलेज खोले जा चुके हैं। कक्षा एक से पांचवीं तक का भी निर्णय आने के बाद उनको खोला जाएगा। गोपाल राय ने बताया कि अब हर निर्माण गतिविधि को खोला जा रहा है। 

दिल्ली में आज से इन गतिविधियों को अनुमति दी जा रही है। लेकिन कंस्ट्रक्शन साइट पर प्रदूषण नियंत्रित करने के जो 14 नियम हैं, उनका सभी निजी-सरकारी एजेंसियों को सख्ती से पालन करना पड़ेगा। अगर वह पालन नहीं करती हैं तो उन कंपनियों और कंस्ट्रक्शन साइट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

जरूरत पड़ने पर उनको सील भी किया जा सकता है। गोपाल राय ने निर्माण एजेसियों से कहा कि वह छूट का गलत फायदा न उठाएं। इसको लेकर किसी तरह की लापरवाही न बरतें। डीपीसीसी, एसडीएम, एमसीडी सहित सभी एजेंसियों की टीमें द्वारा दिल्ली के अंदर निर्माणाधीन साइटों की लगातार निगरानी-निरीक्षण का काम चलता रहेगा।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि अब सभी ट्रकों को दिल्ली के अंदर आने की अनुमति दी जा रही है। इसके अलावा दिल्ली में सी एंड डी प्रबंधन के लिए पोर्टल बनाया हुआ है। पांच सौ वर्ग मीटर एवं उस से ज्यादा के क्षेत्र में जो भी लोग निर्माण कर रहे हैं, उन लोगों को निर्देश दिया जा रहा है कि वह अपना रजिस्ट्रेशन उस साइट पर कर लें।

दिल्ली में बहुत सारे लोगों ने पंजीकरण किया है लेकिन कुछ लोगों ने अभी तक नहीं किया है। उन लोगों को भी निर्देश दिया गया है कि उसपर पंजीकरण कर लें। जिससे कि उसकी निगरानी की जा सके। 

विस्तार

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम होने के साथ निर्माण कार्यों पर रोक हटाने के साथ बाहर से आने वाले ट्रकों के प्रवेश को इजाजत मिल गई है। सभी निर्माण स्थलों पर वायु प्रदूषण से जुड़े नियमों को सख्ती से पालन करना है। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट से मंजूरी मिलने के बाद अब दिल्ली सरकार ने इसका फैसला लिया है। 

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक, अगर किसी स्थल पर नियमों की अनदेखी होती है तो निर्माण एजेंसी पर सख्त कार्रवाई होगी। इसके साथ दिल्ली में एंटी डस्ट अभियान, एंटी ओपन बर्निंग, पानी का छिड़काव और पीयूसी जांच का अभियान जारी रहेगा।

गोपाल राय ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि दिल्ली के अंदर दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता गया और एक्यूआई का स्तर 500 तक पहुंच गया। दिल्ली का प्रदूषण स्तर लगातार सप्ताह भर तक गंभीर श्रेणी में रहा। प्रदूषण खतरनाक स्थिति तक पहुंच गया था। 

उसको देखते हुए दिल्ली के अंदर सभी निर्माण और डिमोलिशन की गतिविधियों पर बैन लगा दिया गया था। दिल्ली के अंदर जितने भी बाहर से ट्रक आ रहे थे, उनके ऊपर बैन लगा दिया गया था। सिर्फ अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े ट्रकों को छूट दी गई थी। दिल्ली के अंदर स्कूल-कॉलेज को बंद कर दिया  गया था। अब धीरे-धीरे दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति में लगातार सुधार और स्थिरता दिख रही है। पिछले 10 दिनों से किसी भी दिन गंभीर स्थिति में दिल्ली का एक्यूआई स्तर नहीं पहुंचा है। 

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