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Welcome 2022: Everyone Will Have Health Card In Delhi, Will Get Hospitals – स्वागत 2022 : दिल्ली में हर किसी के पास होगा हेल्थ कार्ड, मिलेंगे अस्पताल

अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Sat, 25 Dec 2021 05:28 AM IST

सार

ई-हेल्थ कार्ड बनाने का काम लगभग पूरा, मार्च के बाद एक ही कार्ड में होगा व्यक्ति का पूरा मेडिकल रिकॉर्ड।

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कोरोना महामारी के बीच एक और साल अब गुजरने वाला है। साल 2021 जाने को है और हमेशा की तरह लोग उम्मीदों से भरे नए साल 2022 का स्वागत करने के लिए इंतजार हैं। चूंकि, दिल्ली की लाइफलाइन में स्वास्थ्य की भी एक अहम भूमिका है। इसलिए नए साल में दिल्ली के हर व्यक्ति के पास उसका अपना एक हेल्थ कार्ड होगा। मार्च के बाद एक ही कार्ड में व्यक्ति का पूरा मेडिकल रिकॉर्ड होगा। नूतन वर्ष में बड़े अस्पतालों का तोहफा मिल सकता है। सरकार सात जगह अस्पतालों का निर्माण करा रही है। इनमें अधिकांश साल 2022 में शुरू हो जाएंगे, जबकि कुछ का कार्य 2023 तक पूरा होने की संभावना है। 2021 की बात करें तो बुराड़ी में बहुमंजिला अस्पताल की सौगात मिली है। इनके अलावा 13 अस्पतालों में विस्तार योजना शुरू हो चुकी है। सात नए अस्पतालों का भूमि पूजन होकर निर्माण कार्य शुरू हुआ है। पेश है संवाददाता परीक्षित निर्भय की रिपोर्ट…

2021 की उपलब्धियां

  • जून से लोकनायक और जीटीबी सहित करीब 13 अस्पतालों का विस्तार शुरू हो चुका है। इसमें नए-नए ब्लॉक बनाए जा रहे हैं, ताकि मरीजों को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े।
  • सरिता विहार, शालीमार बाग, सुल्तानपुरी, किराड़ी, रघुबीर नगर, मादीपुर और ज्वालापुरी में अस्पतालों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।
  • इसी साल कोरोना महामारी को लेकर दिल्ली के दो बड़े अस्पताल लोकनायक और आईएलबीएस में जीनोम सीक्वेंसिंग की सेवा भी शुरू हुई है।
  • कोविड मरीजों को घर बैठे चिकित्सीय सलाह उपलब्ध कराने की सेवा भी शुरू हुई।
  • महामारी से बचाने के लिए दिल्ली में घर-घर जाकर वैक्सीन भी दी जा रही है।

2022 से उम्मीद

  • दिल्ली वालों को नए साल में सात नए अस्पताल मिल सकते हैं। 13 अस्पतालों में नए ब्लॉक भी शुरू हो सकते हैं। इनकी वजह से मरीज को भीड़भाड़ से कुछ राहत मिलेगी।
  • दिल्ली के प्रत्येक व्यक्ति का हेल्थ कार्ड होगा। आधार कार्ड और वोटर कार्ड से लिंक यह हेल्थ कार्ड बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए मान्य रहेगा। इसमें चिकित्सा संबंधित सभी ब्योरा उपलब्ध रहेगा।
  • सरकार 6,800 से अधिक आईसीयू बिस्तर बढ़ा रही है। फिलहाल 10 हजार आईसीयू बिस्तर हैं।
  • बच्चों के अस्पताल चाचा नेहरू में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाकर 610 की जा रही है। इससे सबसे बड़ा फायदा बाल चिकित्सा को लेकर रहेगा। दिल्ली के अलावा यहां एनसीआर से भी मरीज इलाज कराने आते हैं।
  • वैक्सीन की तीसरी खुराक देने के लिए भी दिल्ली सरकार ने तैयारी की है। अगर इसे मंजूरी मिलती है तो सरकार हर घर पहुंचकर लोगों को तीसरी खुराक लगाने की योजना पर काम करेगी। सरकार इस ओर भी तैयारी कर रही है।
हर बिस्तर पर कैमरा होगा
नए अस्पतालों में हर बिस्तर पर कैमरा, स्टील का अधिक प्रयोग और उच्च क्षमता वाले विद्युत यंत्रों का इस्तेमाल भी पहली बार किसी राज्य में किया जा रहा है। दरअसल, दिल्ली सरकार नए अस्पताल या फिर इमारतों के निर्माण में प्रीकास्ट बिल्डिंग तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। इसके तहत निर्माण कार्य स्टील सहित ऐसे मैटेरियल का इस्तेमाल किया जा रहा है जो मजबूत होने के साथ ही निर्माण कार्य पूरा होने में कम समय लेते हैं। इस तकनीक की मदद से छह से सात महीने में एक अस्पताल बनाया जा सकता है जिसे पुरानी तकनीक के जरिए बनाने में दो से तीन साल कम से कम लगते थे।

स्वास्थ्य को लेकर दिल्ली सरकार वैश्विक स्तर के मॉडल पर काम कर रही है। अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता दोगुना की जा रही है। अस्पतालों में वीआईपी संस्कृति को खत्म कर आम मरीज को भी उच्च स्तरीय सुविधाएं दी जा रही हैं। सरकार के नए अस्पताल प्राइवेट से काफी बेहतर और सुविधाजनक बनाए जा रहे हैं।
– सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य मंत्री, दिल्ली सरकार

स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर काफी तेजी से कार्य किया जा रहा है। अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या से लेकर नई इमारतें, हेल्थ कार्ड जैसी जरूरी और अत्याधुनिक सुविधाएं दिल्ली के लोगों को मिलने जा रही हैं। स्वास्थ्य के साथ तकनीक को जोड़ते हुए हम कार्य कर रहे हैं।
– डॉ. नूतन मुंडेजा, निदेशक, स्वास्थ्य विभाग दिल्ली

विस्तार

कोरोना महामारी के बीच एक और साल अब गुजरने वाला है। साल 2021 जाने को है और हमेशा की तरह लोग उम्मीदों से भरे नए साल 2022 का स्वागत करने के लिए इंतजार हैं। चूंकि, दिल्ली की लाइफलाइन में स्वास्थ्य की भी एक अहम भूमिका है। इसलिए नए साल में दिल्ली के हर व्यक्ति के पास उसका अपना एक हेल्थ कार्ड होगा। मार्च के बाद एक ही कार्ड में व्यक्ति का पूरा मेडिकल रिकॉर्ड होगा। नूतन वर्ष में बड़े अस्पतालों का तोहफा मिल सकता है। सरकार सात जगह अस्पतालों का निर्माण करा रही है। इनमें अधिकांश साल 2022 में शुरू हो जाएंगे, जबकि कुछ का कार्य 2023 तक पूरा होने की संभावना है। 2021 की बात करें तो बुराड़ी में बहुमंजिला अस्पताल की सौगात मिली है। इनके अलावा 13 अस्पतालों में विस्तार योजना शुरू हो चुकी है। सात नए अस्पतालों का भूमि पूजन होकर निर्माण कार्य शुरू हुआ है। पेश है संवाददाता परीक्षित निर्भय की रिपोर्ट…

2021 की उपलब्धियां

  • जून से लोकनायक और जीटीबी सहित करीब 13 अस्पतालों का विस्तार शुरू हो चुका है। इसमें नए-नए ब्लॉक बनाए जा रहे हैं, ताकि मरीजों को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े।
  • सरिता विहार, शालीमार बाग, सुल्तानपुरी, किराड़ी, रघुबीर नगर, मादीपुर और ज्वालापुरी में अस्पतालों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।
  • इसी साल कोरोना महामारी को लेकर दिल्ली के दो बड़े अस्पताल लोकनायक और आईएलबीएस में जीनोम सीक्वेंसिंग की सेवा भी शुरू हुई है।
  • कोविड मरीजों को घर बैठे चिकित्सीय सलाह उपलब्ध कराने की सेवा भी शुरू हुई।
  • महामारी से बचाने के लिए दिल्ली में घर-घर जाकर वैक्सीन भी दी जा रही है।

2022 से उम्मीद

  • दिल्ली वालों को नए साल में सात नए अस्पताल मिल सकते हैं। 13 अस्पतालों में नए ब्लॉक भी शुरू हो सकते हैं। इनकी वजह से मरीज को भीड़भाड़ से कुछ राहत मिलेगी।
  • दिल्ली के प्रत्येक व्यक्ति का हेल्थ कार्ड होगा। आधार कार्ड और वोटर कार्ड से लिंक यह हेल्थ कार्ड बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए मान्य रहेगा। इसमें चिकित्सा संबंधित सभी ब्योरा उपलब्ध रहेगा।
  • सरकार 6,800 से अधिक आईसीयू बिस्तर बढ़ा रही है। फिलहाल 10 हजार आईसीयू बिस्तर हैं।
  • बच्चों के अस्पताल चाचा नेहरू में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाकर 610 की जा रही है। इससे सबसे बड़ा फायदा बाल चिकित्सा को लेकर रहेगा। दिल्ली के अलावा यहां एनसीआर से भी मरीज इलाज कराने आते हैं।
  • वैक्सीन की तीसरी खुराक देने के लिए भी दिल्ली सरकार ने तैयारी की है। अगर इसे मंजूरी मिलती है तो सरकार हर घर पहुंचकर लोगों को तीसरी खुराक लगाने की योजना पर काम करेगी। सरकार इस ओर भी तैयारी कर रही है।

हर बिस्तर पर कैमरा होगा

नए अस्पतालों में हर बिस्तर पर कैमरा, स्टील का अधिक प्रयोग और उच्च क्षमता वाले विद्युत यंत्रों का इस्तेमाल भी पहली बार किसी राज्य में किया जा रहा है। दरअसल, दिल्ली सरकार नए अस्पताल या फिर इमारतों के निर्माण में प्रीकास्ट बिल्डिंग तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। इसके तहत निर्माण कार्य स्टील सहित ऐसे मैटेरियल का इस्तेमाल किया जा रहा है जो मजबूत होने के साथ ही निर्माण कार्य पूरा होने में कम समय लेते हैं। इस तकनीक की मदद से छह से सात महीने में एक अस्पताल बनाया जा सकता है जिसे पुरानी तकनीक के जरिए बनाने में दो से तीन साल कम से कम लगते थे।

स्वास्थ्य को लेकर दिल्ली सरकार वैश्विक स्तर के मॉडल पर काम कर रही है। अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता दोगुना की जा रही है। अस्पतालों में वीआईपी संस्कृति को खत्म कर आम मरीज को भी उच्च स्तरीय सुविधाएं दी जा रही हैं। सरकार के नए अस्पताल प्राइवेट से काफी बेहतर और सुविधाजनक बनाए जा रहे हैं।

– सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य मंत्री, दिल्ली सरकार

स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर काफी तेजी से कार्य किया जा रहा है। अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या से लेकर नई इमारतें, हेल्थ कार्ड जैसी जरूरी और अत्याधुनिक सुविधाएं दिल्ली के लोगों को मिलने जा रही हैं। स्वास्थ्य के साथ तकनीक को जोड़ते हुए हम कार्य कर रहे हैं।

– डॉ. नूतन मुंडेजा, निदेशक, स्वास्थ्य विभाग दिल्ली

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