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Greater Noida Authority News : ग्रेटर नोएडा में स्वच्छता पर सख्ती!, कूड़ा निस्तारण में लापरवाही पर सोसाइटी पर लगा 36 हजार का जुर्माना – प्राधिकरण ने दिए सख्त निर्देश, प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस का सख्त संदेश – “ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी”

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे। ग्रेटर नोएडा में अब कूड़े-कचरे के ढेर और लापरवाह सोसाइटीज़ पर प्राधिकरण की नजर बेहद सख्त हो गई है। शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दो बड़ी हाउसिंग सोसाइटीज़ — एल्डिको ग्रीन मीडोज (सेक्टर पाई) और पारस प्लैटिनम (सेक्टर स्वर्णनगरी) — में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के तहत स्वच्छता की जांच की। निरीक्षण के दौरान जहां एक सोसाइटी ने आंशिक रूप से नियमों का पालन किया, वहीं दूसरी पर भारी जुर्माना ठोंक दिया गया।

एल्डिको ग्रीन मीडोज सोसाइटी – सुधार की जरूरत, पर जुर्माना अब तक बाकी

स्वास्थ्य विभाग की टीम जब एल्डिको ग्रीन मीडोज सोसाइटी (सेक्टर पाई) पहुंची, तो पाया गया कि सोसाइटी में कचरे का निस्तारण लगभग सही तरीके से किया जा रहा है। सोसाइटी में वेस्ट सेग्रीगेशन यानी गीले-सूखे कचरे को अलग करने और कंपोस्टिंग की व्यवस्था मौजूद थी।
हालांकि, टीम ने पाया कि पूर्व में लगाए गए जुर्माने की राशि अब तक प्राधिकरण में जमा नहीं कराई गई है।
इस पर अधिकारियों ने सोसाइटी के मेंटेनेंस स्टाफ को सात दिन का समय देते हुए स्पष्ट निर्देश दिया कि जुर्माना तुरंत जमा करें, अन्यथा आगे की कार्यवाही की जाएगी।

यह मामला यह भी दर्शाता है कि प्राधिकरण अब उन सोसाइटीज़ पर भी नजर रखे हुए है जिन्होंने पहले चेतावनी मिलने के बावजूद लापरवाही दिखाई है।

पारस प्लैटिनम सोसाइटी पर 36 हजार का जुर्माना – कूड़ा निस्तारण नियमों का उल्लंघन

इसके विपरीत, पारस प्लैटिनम सोसाइटी (सेक्टर स्वर्णनगरी) में टीम ने गंभीर लापरवाही पाई। यहां कूड़े को सही तरीके से प्रोसेस नहीं किया जा रहा था, न ही सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के तहत कचरे को सेग्रीगेट किया जा रहा था।
कई जगहों पर गीला और सूखा कचरा एक साथ फेंका जा रहा था, जिससे बदबू और संक्रमण का खतरा बढ़ गया था।

इस पर प्राधिकरण ने सोसाइटी के अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन (AOA) को सख्त चेतावनी देते हुए ₹36,000 का जुर्माना लगाया। अधिकारियों ने कहा कि “कूड़ा प्रबंधन में किसी भी तरह की ढिलाई अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर सोसाइटी को अपने स्तर पर कचरे का पृथक्करण और कंपोस्टिंग सुनिश्चित करनी होगी।”

प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस का सख्त संदेश – “ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ रखना हम सबकी जिम्मेदारी”

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने इस पूरे निरीक्षण के बाद स्पष्ट कहा कि शहर को साफ और सुंदर बनाने में नागरिकों और सोसाइटी प्रबंधन की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा “हर सोसाइटी को अपने परिसर में वेस्ट सेग्रीगेशन, कंपोस्टिंग और रिसाइक्लिंग की व्यवस्था करनी होगी। कूड़े का गलत तरीके से निस्तारण न सिर्फ पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि यह जुर्माने और कानूनी कार्रवाई को भी आमंत्रित करता है।”

उन्होंने लोगों से #SwachhGreaterNoidaMission को सफल बनाने के लिए आगे आने की अपील की और कहा कि “स्वच्छ शहर ही स्वस्थ शहर है।”

जांच में शामिल अधिकारी और अभियान की प्रमुख बातें

इस जांच अभियान में प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मौके पर निरीक्षण किया, तस्वीरें लीं और रिपोर्ट तैयार की।
टीम ने पाया कि कुछ सोसाइटीज़ में कूड़े के लिए बिन्स की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, वहीं कई जगह कंपोस्ट मशीनें बंद पड़ी थीं।
अधिकारियों ने साफ कहा कि “अब केवल रिपोर्ट नहीं, बल्कि परिणाम चाहिए।”

क्यों ज़रूरी है ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016’ का पालन?

भारत सरकार द्वारा बनाए गए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के तहत हर सोसाइटी, संस्थान और घर को गीले और सूखे कचरे को अलग करने, स्थानीय स्तर पर निस्तारण करने और पुनर्चक्रण (recycling) को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी दी गई है। इन नियमों का पालन न करने वालों पर जुर्माना और अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस नियम को कड़ाई से लागू करने की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रहा है, ताकि शहर को “Zero Waste City” बनाने के मिशन को मजबूत किया जा सके।

आने वाले दिनों में और सख्ती – सभी सोसाइटीज़ के लिए चेतावनी

प्राधिकरण ने संकेत दिए हैं कि आने वाले हफ्तों में अधिक सोसाइटीज़ में भी कूड़ा प्रबंधन का औचक निरीक्षण किया जाएगा। जिन सोसाइटीज़ में खामियां मिलेंगी, वहां जुर्माना लगाने के साथ-साथ नोटिस भी जारी किए जाएंगे।
इसका उद्देश्य केवल दंड देना नहीं, बल्कि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाना है।

ग्रेटर नोएडा की ओर से स्वच्छता की नई पहल

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने हाल ही में “Clean Greater Noida – Green Greater Noida” नाम से एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत प्रत्येक सेक्टर में कूड़ा निस्तारण, पेड़-पौधों की देखभाल, और जल संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
स्वच्छता को लेकर स्कूलों, सोसाइटीज़ और बाजारों में जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।

अंत में… कूड़ा प्रबंधन केवल प्राधिकरण का काम नहीं, बल्कि यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
अगर हर सोसाइटी अपने स्तर पर कचरे का सही निस्तारण करे, तो ग्रेटर नोएडा वाकई “Swachh City, Smart City” की दिशा में एक मिसाल बन सकता है।

रफ़्तार टुडे की न्यूज़
Raftar Today
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