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Gangster News: कौन है गैंगस्टर सुंदर भाटी? जिसका अतीक-अशरफ की हत्या से जुड़ा कनेक्शन!

नोएडा, रफ्तार टुडे। सुंदर भाटी पर 62 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसको हाल ही में गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय ने हरेंद्र प्रधान हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। उसके बाद से वह जेल में है। वर्तमान में सुंदर सोनभद्र की जिला जेल में बंद है।

दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए आतंक का पर्याय रहे ग्रेटर नोएडा के घंघौला गांव निवासी कुख्यात सुंदर भाटी का 30 साल का साम्राज्य राजनीतिक गलियारों में उसकी अच्छी पैठ की वजह से मजबूत था। पैठ भी ऐसी कि वह जेल में रहने के दौरान खेल प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के साथ पुरस्कार बांटता था। जनवरी, 2015 में उसका गौतमबुद्धनगर जिला जेल के अंदर से फोटो वायरल हुआ था, जिसे जेल के एक अधिकारी ने ही भेजा था।

प्रयागराज में पुलिस अभिरक्षा में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। अब अतीक-अशरफ की हत्या में सुंदर भाटी का नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि सुंदर भाटी के इशारे पर अतीक-अशरफ के हत्यारों तक जिगाना पिस्टल पहुंचाई गई थी। पाकिस्तान के रास्ते भारत आने वाली जिगाना पिस्टल का प्रयोग अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या में किया गया।

रोहित पर दर्ज हैं 14 मुकदमे
तीन हत्यारों में शामिल रोहित उर्फ सनी हमीरपुर का रहने वाला है। उस पर कुरैरा थाने में 14 मुकदमे दर्ज हैं। वह सुंदर भाटी के साथ वर्ष 2019 में हमीरपुर जेल में बंद रहा था। उसी दौरान से वह सुंदर भाटी के संपर्क में था। सूत्रों ने दावा किया है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुंदर भाटी के इशारे पर अतीक अहमद के हत्यारों तक जिगाना पिस्टल पहुंची।

सुंदर भाटी पर दर्ज हैं 62 आपराधिक मुकदमे
सुंदर भाटी पर 62 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसको हाल ही में गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय ने हरेंद्र प्रधान हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। उसके बाद से वह जेल में है। वर्तमान में सुंदर सोनभद्र की जिला जेल में बंद है।

फिलहाल जिगाना पिस्टल का मौके से बरामद होना इस ओर इशारा कर रहा है कि यह पाकिस्तान के रास्ते पंजाब और फिर प्रयागराज आरोपितों तक पहुंचाई गई। सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि कुछ दिन पहले अतीक की हत्या के आरोपितों ने जेल में सुंदर से मुलाकात भी की थी।

जिगाना पिस्टल में लोड होती हैं 17 गोलियां
तुर्की में बनने वाली जिगाना पिस्टल पांच से सात लाख रुपये के बीच आती है। मलेशिया सहित कई देशों में इसका प्रयोग सेना के जवान करते हैं, आम लोगों के लिए इसकी बिक्री प्रतिबंधित है। भारत में भी यह पिस्टल पूर्णतया प्रतिबंधित है।

अपराध की दुनिया में आने से पहले वह बुलंदशहर में ट्रांसपोर्ट के ठेके लेता था। उसके बाद वह नेताओं के संपर्क में आया और पालिटिकल मर्डर करने लगा। हालांकि सुंदर भी राजनीति में आना चाहता था, लेकिन इसी बीच नरेश भाटी जिला पंचायत चेयरमैन बन गया। सुंदर व नरेश पहले साथी थे। बाद में सुंदर ने चेयरमैन नरेश भाटी की हत्या कर दी थी। उसके बाद सुंदर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह हत्या पर हत्या करता गया। किसी मामले में उसको सजा नहीं हुई। पहली बार उसे आजीवन कारावास की सजा हुई है।

सुंदर भाटी गिरोह के सदस्यों का काम रंगदारी वसूलना, सुपारी लेकर हत्या करना, स्क्रैप के ठेके हथियाना, सरिया चोरी करवाना था। सुंदर भाटी गिरोह के गुर्गों पर आरोप है कि उन्होंने पूर्वांचल में कई हत्याएं की।

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