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BIG BREAKING: किसानों और आवंटियों के लिए खुशखबरी, यमुना सिटी के तीन सेक्टरों का रास्ता साफ, इन 8 गांवों से जुड़े विवाद सुलझे

जेवर, रफ्तार टुडे। यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी से जुड़ी बड़ी खबर है। 4 गांवों के किसानों के साथ बैठकर समस्याओं को सुलझा लिया है। 4 और गांवों के किसानों से इसी सप्ताह बैठक में होंगी। इससे यमुना सिटी के 3 सेक्टरों की राह आसान हो गई है।

किसानों से जुड़े मुद्दे हल नहीं होने के कारण प्राधिकरण इन सेक्टरों का विकास नहीं कर पा रहा था। अब किसानों के लिए 7% आबादी भूखंड, लीजबैक और शिफ्टिंग से जुड़े विवाद यमुना प्राधिकरण तेजी के साथ हल कर रहा है।

यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि रोजाना किसानों से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। इसी सिलसिले में 4 गांव फतेहपुर अट्टा, अट्टा गुजरान, जगनपुर अफजलपुर और औरंगपुर के किसानों के साथ बैठक हो चुकी हैं।

जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने उपस्थित होकर अपनी समस्याओं और दावों के बारे में जानकारी दी हैं। इनमें से ज्यादातर किसानों के लीजबैक से जुड़े मामले हैं। यह सारे मामले इलाहाबाद हाईकोर्ट में लंबित हैं। इस सुनवाई के बाद किसान हाईकोर्ट से अपने मुकदमे वापस लेने के लिए तैयार हो गए हैं। दूसरी ओर प्राधिकरण किसानों की समस्याओं का समाधान कर रहा है।

“प्राधिकरण ने 7% आबादी भूखंडों के आवंटन पर प्रभावी कदम उठाए हैं। खेरली भाव गांव के 7% आबादी भूखंडों का अनुमोदन हासिल कर लिया गया है। 475 प्रकरणों का निस्तारण कर दिया गया है। इनकी सूची जल्दी ही समाचार पत्रों में प्रकाशित कर दी जाएगी। इसी क्रम में रौनीजा और कादलपुर गांवों के 7% आबादी भूखंडों के मामले भी निस्तारित किए जा रहे हैं।”

इन तीन सेक्टरों की अड़चन दूर हुईं

यमुना प्राधिकरण के आवंटियों को भी बड़ी राहत मिल रही है। प्राधिकरण के सेक्टर-22सी, सेक्टर-22बी और सेक्टर-20 आवासीय सेक्टर हैं। इनमें सैकड़ों आवंटियों को अभी तक उनके भूखंडों पर कब्जा नहीं मिल पाया है। साथ ही प्राधिकरण इन सेक्टरों का आंतरिक विकास नहीं कर पाया है।

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