Greater Noida Man Arrest in Abu Dhabi: स्विट्जरलैंड जा रहे ग्रेटर नोएडा के बिजनेसमैन को आबू धाबी एयरपोर्ट पर पकड़ा, परिवार ने सरकार से लगाई मोदी सरकार से गुहार
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। पत्नी के साथ स्विट्जरलैंड घूमने जा रहे ग्रेटर नोएडा के एक बिजनेसमैन के साथ अजीबोगरीब घटना हुई है। पति-पत्नी को आबू धाबी एयरपोर्ट पर वहां की पुलिस ने रोक लिया। पत्नी को वापस भारत डिपोर्ट कर दिया गया है। जबकि बिजनेसमैन को आबू धाबी पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। वहां की पुलिस का कहना है कि एक अपराधी के साथ उनकी शक्ल मिलती है। जिसकी तलाश आबू धाबी पुलिस कर रही है। अब परिवार ने गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन, उत्तर प्रदेश सरकार, विदेश मंत्रालय और आबू धाबी में भारतीय दूतावास से मदद मांगी है।
गौतमबुध्दब नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि मामले में विदेश मंत्रालय और दूतावास को मेल भेजा गया है। आबू धाबी पुलिस को गलतफहमी हुई है।
ग्रेटर नोएडा में हबीबपुर गांव के रहने वाले अतुल शर्मा ने बताया कि उनका भाई प्रवीण कुमार और भाभी उषा शर्मा सीमेंट व स्टील का कारोबार करते हैं। अंबुजा सीमेंट कंपनी ने दोनों पति-पत्नी को स्विट्जरलैंड के टूर पर भेजा था। यह दोनों थॉमस कुक टूअर्स लिमिटेड के जरिए 11 अक्टूबर को दिल्ली से स्विट्जरलैंड के लिए रवाना हुए थे। एतिहाद एयरवेज के हवाई जहाज से प्रवीण और उषा शर्मा को स्विट्जरलैंड जाना था।
यह फ्लाइट बीच में आबू धाबी एयरपोर्ट पर रुकी। दरअसल, इन लोगों को आबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से स्विट्जरलैंड के लिए दूसरी फ्लाइट पकड़नी थी। तभी आबू धाबी पुलिस ने प्रवीण शर्मा को रोक लिया। उनसे कहा गया कि आपकी शक्ल एक अपराधी से मिलती है। प्रवीण की पत्नी उषा शर्मा को अबू धाबी से भारत के लिए डिपोर्ट कर दिया गया है।
अतुल शर्मा का कहना है कि उनके भाई प्रवीण का किसी अपराधी से कोई लेना-देना नहीं है। प्रवीण के खिलाफ कहीं कोई आपराधिक मुकदमा भी नहीं चल रहा है। वह सीधा साधा और सामान्य कारोबारी है। अबू धाबी पुलिस को गलतफहमी हुई है। उनके भाई को गलत ढंग से बंधक बनाकर रखा गया है। अतुल शर्मा ने गुरुवार को गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मुलाकात की। उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने विदेश मंत्रालय और आबू धाबी में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है। डीएम ने दूतावास और विदेश मंत्रालय को मेल किया
सुहास एलवाई ने बताया कि अबू धाबी पुलिस को कोई गलतफहमी हुई है। यह गलत पहचान का मामला है। प्रवीण शर्मा का किसी आपराधिक घटना से कोई सरोकार नहीं है। उनके पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य तमाम दस्तावेजों की जांच यहां करवा ली गई है। अब यह सारी जानकारी आबू धाबी में भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय को भेजी गई है। मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही प्रवीण शर्मा को आबू धाबी से भारत वापस भेज दिया जाएगा। दूसरी ओर प्रवीण शर्मा के परिजन इस घटना को लेकर बेहद परेशान हैं। दरअसल, पिछले 36 घण्टों से परिवार के सदस्यों का प्रवीण शर्मा से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। वह आबू धाबी में किस हालत में हैं, किसी को कोई जानकारी नहीं है।
प्रवीण शर्मा पहली बार आबू धाबी गए हैं। उनके भाई अतुल शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और विदेश मंत्रालय को हमारी मदद करनी चाहिए। बिना वजह मेरे भाई को आबू धाबी पुलिस ने गलत पहचान करके परेशान किया है। प्रवीण शर्मा का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। वह अबसे पहले कभी आबू धाबी नहीं गए। ऐसे में वहां अपराध करने का कोई औचित्य नहीं है। आबू धाबी पुलिस ने दूतावास को बताया है कि जिस व्यक्ति से प्रवीण शर्मा की शक्ल मिलने की बात कही जा रही है, वह केरल का निवासी है।