फरीदाबाद2 घंटे पहले
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शुक्रवार को बैठक लेते हुए कमिश्नर।
जनसुविधाओं के मामले में लापरवाही बरतना नगर निगम इंजीनियरिंग ब्रांच के 4 अधिकारियों को भारी पड़ गया। निगम कमिश्नर यशपाल यादव ने आउटसोर्सिंग पर लगे 2 जूनियर इंजीनियर को सेवा से बर्खास्त कर दिया। साथ ही SDO को सस्पेंड कर दिया और XEN के खिलाफ चार्जशीट करने का आदेश दिया।
कमिश्नर ने शुक्रवार को मंथली समीक्षा बैठक के दौरान यह कार्रवाई की। उन्होंने अधिकारियों से साफ कहा है कि काम में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिसे काम करना है वह रहे और जिसे जाना है वह जा सकता है। तीन महीने का समय देने के बाद भी यदि JE, SDO और XEN काम नहीं कर पाएंगे तो उन्हें पद पर बने रहने का अधिकार नहीं।
कार्रवाई करने का ये है पूरा मामला
निगम कमिश्नर यशपाल यादव ने 2 अगस्त को निगम में पदभार संभाला था। 1 सप्ताह बाद उन्होंने इंजीनियरिंग ब्रांच के सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर जनसुविधाओं जैसे सड़क, सीवरलाइन, जलभराव, स्ट्रीट लाइटों के बारे में नक्शे पर एक्शन प्लान बनाने का आदेश दिया था। इसमें कहा था कि कहां-कहां सड़कें टूटी हैं, कहां पानी की सप्लाई ठीक नहीं है अथवा गंदा पानी आ रहा है। सीवर की लाइनें कहां-कहां ओवरफ्लो हो रहा है। किन-किन स्थानों पर जलभराव की समस्या बनी रहती है। इन सबका समाधान कैसे किया जा सकता है, किन किन चीजों की जरूरत पड़ेगी। निगम के सभी पांच डिवीजन के एक्सईएन को एक्शन प्लान बनाकर देना था। डिवीजन चार ने कोई प्लान बनाकर नहीं दिया।
इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई
अगस्त के बाद तीन महीने से अधिक समय देने के बाद शुक्रवार को निगम कमिश्नर यशपाल यादव ने मंथली समीक्षा बैठक की। बैठक में डिविजन चार बल्लभगढ़ जोन के एक्सईएन मनोज कुमार से एक्शन प्लान के बारे में जानकारी ली। एक्सईएन कोई सकारात्मक जवाब नहीं दे पाए। सूत्रों ने बताया कि एक्सईएन ने कमिश्नर को बताया कि एसडीओ टेक सिंह डागर और आउटसोर्सिंग के जेई अजीत सिंह और नसीम मोहम्मद को एक्शन प्लान बनाने के लिए कहा था लेकिन उक्त लोगों ने कोई रूचि नहीं दिखाई। एसडीओ टेक सिंह डागर बैठक में भी नहीं आए। इस पर कमिश्नर ने कड़ी कार्रवाई करते हुए जेई अजीत सिंह और नसीम मोहम्मद को सेवा से बर्खास्त कर दिया और एसडीओ को सस्पेंड करने का आदेश दिया। यही नहीं एक्सईएन मनोज कुमार को भी चार्जशीट करने की सिफारिश की है।
ऑपरेशनल व मेंटिनेंस मॉनिटरिंग के आदेश
बैठक में निगम कमिश्नर ने सभी जेई और एसडीओ को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि काम में लापरवाही बरती तो खैर नहीं है। निगम में काम करने वाले कर्मचारी की जरूरत है। लापरवाह और मक्कारों की नहीं। जो काम नहीं करना चाहते वह निगम छोड़कर जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ठेकेदार जहां भी आपरेशनल वर्क और मेंटिनेंस का काम कर रहे हैं, जेई एसडीओ उनकी नियमित तौर पर मॉनिटरिंग करें। निगम प्रशासन को डेली रिपोर्ट दें कि कितना काम हुआ। एक अन्य जेई विपिन कुमार भी बैठक में नहीं आए। उनके बारे में बताया गया कि वह बुखार से पीड़ित हैं। इस पर उन्हें अपनी मेडिकल रिपोर्ट सबमिट करने को कहा गया है।