फरीदाबाद15 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

फरीदाबाद पुलिस की गिरफ्त में चारों आरोपी।
आजकल मैट्रिमोनियल साइट पर जीवन साथी तलाशना बहुत से लोगों का एक माध्यम बन चुका है। इस तरीके से जीवन साथी को ढूंढना सुगम भी है, लेकिन अधूरी जानकारी से जीवन साथी की तलाश लोगों के लिए आफत भी बन रही है। कुछ लोग मैट्रिमोनियल साइट पर झूठे प्रोफाइल बनाकर लोगों को शादी का झांसा देकर इसकी एवज में अलग-अलग बहाने बनाकर पैसे ऐंठने का काम कर रहे हैं।
एक ऐसा ही गिरोह फरीदाबाद की साइबर थाना पुलिस के हत्थे चढ़ा है। पकड़े गए गिरोह के 4 सदस्यों ने कई वारदातों का खुलासा किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में चिनोंतो रॉय अकाता, अजय, आतिफ अली व एक महिला आरोपी शामिल है। आरोपी चिनोंतो रॉय अकाता नाइजीरियन है। सभी आरोपी फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे। आरोपियों ने मैट्रिमोनियल साइट पर शादी का झांसा देकर फरीदाबाद निवासी अमरीक से 5 लाख 78 हजार रुपए ठग लिए थे।
पीड़ित अमरीक की मुलाकात आरोपी लड़की से संगम नामक मेट्रोमोनियल साइट पर हुई थी, जहां पर लड़की ने खुद को नीदरलैंड निवासी बताकर उसे दोस्ती कर ली तथा उसे अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। इसके बाद आरोपी लड़की ने मिलने के लिए भारत आने की बात कही। कुछ समय बाद लड़की ने अमरीक को फोन करके बताया कि वह लगभग 88 लाख का सामान अपने साथ लेकर आ रहे थे और एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया।
इसके बाद उसने अमरीक की अपने आरोपी साथी से बात करवाई, जिसने कस्टम अधिकारी बनकर अमरीक से बात की और बताया कि कस्टम की कागजी कार्रवाई के लिए उन्हें 5 लाख 78 हजार रुपए भरने पड़ेंगे। लड़की ने अमरीक को कहा कि उसके पास अभी इतने पैसे नहीं है और मदद के नाम पर उसे पैसे भेजने के लिए कहा। अमरीक ने लड़की की बातों में आकर उनके फर्जी खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। जब अमरीक को फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने इसकी शिकायत थाना साइबर अपराध शाखा में दी।
आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व षड्यंत्र की धाराओं के तहत केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। फरीदाबाद पुलिस कमीश्नर विकास अरोड़ा ने मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए, जिसके तहत डीसीपी क्राइम नरेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में प्रबंधक थाना साइबर अपराध बसंत कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया, तकनीक का प्रयोग करके कड़ी मेहनत से आरोपियों को अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों के कब्जे से 50 हजार 900 रुपए नकद तथा वारदात में प्रयोग 4 मोबाइल फोन बरामद किए गए। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपियों के फर्जी बैंक खाते में पिछले 6 माह में करीब 60 लाख रुपए का लेन-देन पाया गया। रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपियों द्वारा गाजियाबाद, नोएडा (उत्तर प्रदेश), अहमदाबाद (गुजरात) व गुरुग्राम (हरियाणा) में वारदातें करने का खुलासा किया गया है। इसकी सूचना संबंधित थानों को भिजवाई गई है। फर्जी अकाउंट (जिसमें पैसे ट्रांसफर करवाए गए थे) प्रोवाइड करवाने वाला आतिफ अली 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों को जेल भेज दिया है।